समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22 जुलाई। देश में कल पेश होने वाले आम बजट (Budget 2024) से पहले शेयर बाजार (Stock Market) में भारी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। सप्ताह के पहले दिन सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी दोनों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बाजार में यह अस्थिरता बजट के संभावित प्रभावों को लेकर निवेशकों के बीच असमंजस और चिंताओं के कारण उत्पन्न हुई है।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
सोमवार को कारोबार की शुरुआत से ही सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट का रुख देखा गया। सेंसेक्स 500 अंक से अधिक गिरकर 66,400 के करीब बंद हुआ, जबकि निफ्टी 140 अंक से अधिक गिरकर 19,750 के आसपास बंद हुआ। यह गिरावट निवेशकों के बीच बजट में कर संबंधी घोषणाओं और नीतिगत बदलावों को लेकर आशंकाओं के चलते आई है।
प्रमुख शेयरों में गिरावट
शेयर बाजार में सोमवार को कई प्रमुख शेयरों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस और टीसीएस जैसे बड़े नाम शामिल हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 2% से अधिक की गिरावट आई, जबकि कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर में 3% से अधिक की गिरावट देखी गई। एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस और टीसीएस के शेयरों में भी 1% से 2% तक की गिरावट दर्ज की गई।
निवेशकों की चिंताएं
निवेशकों की चिंताएं मुख्यतः बजट में सरकार द्वारा किए जाने वाले संभावित कर सुधारों और व्यय योजनाओं के आसपास केंद्रित हैं। निवेशकों को चिंता है कि बजट में कर दरों में वृद्धि, नए कर नियम या वित्तीय घाटे को कम करने के लिए खर्च में कटौती जैसी घोषणाएं बाजार में नेगेटिव सेंटीमेंट पैदा कर सकती हैं। इसके अलावा, वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और भू-राजनीतिक तनाव भी निवेशकों की चिंताओं को बढ़ा रहे हैं।
विश्लेषकों की राय
वित्तीय विश्लेषकों का मानना है कि बजट से पहले बाजार में इस प्रकार की अस्थिरता सामान्य है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को बजट के वास्तविक घोषणाओं के बाद ही अपनी निवेश रणनीति पर निर्णय लेना चाहिए। कई विश्लेषकों का मानना है कि बजट में अगर आर्थिक सुधारों और विकास को बढ़ावा देने वाली घोषणाएं होती हैं, तो बाजार में तेजी की संभावना हो सकती है।
आगे का रास्ता
बजट 2024 के पेश होने के बाद, बाजार की दिशा मुख्यतः बजट में की गई घोषणाओं और उनके संभावित प्रभावों पर निर्भर करेगी। यदि बजट में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाली नीतियां और सुधारात्मक कदम शामिल होते हैं, तो बाजार में तेजी की संभावना हो सकती है। हालांकि, यदि बजट में निवेशकों के लिए अप्रिय घोषणाएं होती हैं, तो बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
निष्कर्ष
आम बजट 2024 से पहले शेयर बाजार में अस्थिरता निवेशकों के बीच अनिश्चितता और चिंताओं का परिणाम है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बजट के वास्तविक घोषणाओं के बाद ही अपनी निवेश रणनीति पर निर्णय लें। बजट के बाद बाजार की दिशा का अनुमान लगाना आसान हो जाएगा और निवेशकों को अपनी योजनाओं को तदनुसार समायोजित करने का मौका मिलेगा। तब तक, सतर्कता और धैर्य बनाए रखना निवेशकों के लिए सबसे अच्छा रास्ता होगा।