Budget 2024: आज पेश होगा मोदी 3.0 का पहला बजट, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बनाएंगी खास रिकॉर्ड

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23जुलाई। केंद्र में लगातार तीसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद आज यानि मंगलवार (23 जुलाई, 2024) को पहला बजट पेश किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे देश का आम बजट पेश करेंगी. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए लगातार अपना सातवां बजट पेश करके वित्त मंत्री इतिहास रचने वाली हैं. इस बार का बजट 2047 तक विकसित भारत की रूपरेखा तैयार करेगा. साथ ही मोदी सरकार के पिछले 10 साल के प्रदर्शन की झलक भी दिखाई देगी. वित्त वर्ष 2024-25 का बजट कैसा होगा, ये तो संसद में पेश होने के बाद ही पता चलेगा. लेकिन, मैनुफैक्चरिंग सेक्टर से लेकर लघु, कुटीर उद्योग से जुड़े लोग मदद की आस लगाए बैठे हैं. वहीं महिलाएं भी निर्मला सीतारमण के पिटारे से अपने लिए कई और सौगातें चाहती हैं.

निर्मला सीतारमण के नाम होगी ये नई उपलब्धि
आपको बता दें कि निर्मला सीतारमण लगातार अपना सातवां बजट पेश करके इतिहास रचने वाली हैं. इस तरह वह पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ देंगी. हालांकि, सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड अब भी देसाई के पास ही है. उन्हें 2019 में भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनाया गया था. इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में लगातार दूसरी बार सरकार बनाई थी. तब से सीतारमण ने इस साल फरवरी में एक अंतरिम सहित लगातार छह बजट पेश किए हैं.

बजट पर चर्चा के लिए 20 घंटे का समय तय किया गया
सदन में केंद्रीय बजट 2024-25 पर चर्चा के लिए 20 घंटे का समय तय किया गया है. बीएसी (कार्य मंत्रणा समिति) ने केंद्रीय बजट के अलावा रेल, शिक्षा, स्वास्थ्य, एमएसएमई और खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालयों से चर्चा करने का निर्णय लिया है. आपको बता दें कि इस समिति में विभिन्न दलों के नेता होते हैं.

सीतारमण ने अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण पेश किया
यही नहीं सबसे लंबा बजट भाषण का रिकॉर्ड भी निर्मला सीतारमण के नाम है. उन्होंने एक फरवरी, 2020 को दो घंटे 40 मिनट का दिया था. हालांकि वर्ष 1977 में हीरूभाई मुलजीभाई पटेल का अंतरिम बजट भाषण अबतक का सबसे छोटा भाषण है, जिसमें केवल 800 शब्द हैं.

संसद में पहले शाम को पेश किया जाता था बजट
आपको बता दें कि बजट पारंपरिक रूप से फरवरी के आखिरी दिन शाम पांच बजे पेश किया जाता है. मगर वर्ष 1999 में समय बदला गया था और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिंह ने सुबह 11 बजे बजट पेश किया. तब से अब तक बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाता है. इसके बाद 2017 में बजट पेश करने की तिथि बदलकर एक फरवरी कर दी गई थी, ताकि सरकार मार्च के अंत तक संसदीय अनुमोदन प्रक्रिया पूरी कर सके.

संसद में रखी गई आर्थिक समीक्षा 2023-24
इससे पहले सोमवार को सरकार ने संसद के दोनों सदनों में वित्त वर्ष 2023-24 की आर्थिक समीक्षा पेश की. निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद अध्यक्ष ओम बिरला की अनुमति से आर्थिक समीक्षा की प्रति सदन के पटल पर रखी. बता दें कि आर्थिक समीक्षा (सर्वे) सरकार द्वारा केंद्रीय बजट से पहले प्रस्तुत किया जाने वाला वार्षिक दस्तावेज है. जिसमें अर्थव्यवस्था की स्थिति की निष्पक्ष समीक्षा होती है. वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक संभाग द्वारा आर्थिक समीक्षा तैयार की जाती है. इसे मुख्य आर्थिक सलाहकार की देख-रेख में तैयार किया जाता है.

देश में पहली बार आर्थिक समीक्षा 1950-1951 में पेश की गई थी, जब यह बजट दस्तावेजों का ही हिस्सा होती थी. इसे 1960 के दशक में बजट से अलग किया गया और बजट पेश करने से एक दिन पहले संसद में प्रस्तुत किया जाने लगा.

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