समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24 जुलाई। सुप्रीम कोर्ट ने नीट-यूजी (NEET-UG) 2024 की मेडिकल प्रवेश परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने यह साफ कर दिया है कि नीट-यूजी 2024 परीक्षा रद्द नहीं होगी और परीक्षा के परिणाम वैध माने जाएंगे।
मामले का विवरण
यह मामला उस समय उभरकर सामने आया जब पटना और हजारीबाग में नीट-यूजी परीक्षा के दौरान पेपर लीक और गड़बड़ी की खबरें सामने आईं। कुछ उम्मीदवारों ने कोर्ट में याचिका दायर कर परीक्षा को रद्द करने और दोबारा आयोजित करने की मांग की थी। याचिका में कहा गया था कि परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने और सुरक्षा में चूक की वजह से परीक्षा की शुद्धता पर सवाल उठे हैं।
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को खारिज करते हुए कहा कि परीक्षा दोबारा कराने की कोई आवश्यकता नहीं है। कोर्ट ने माना कि कुछ गड़बड़ियों के बावजूद, पूरे देश में आयोजित हुई परीक्षा को रद्द करना उचित नहीं होगा। कोर्ट ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा की गई जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि यह गड़बड़ियां केवल सीमित स्थानों पर हुई थीं और इन्हें व्यापक स्तर पर नहीं माना जा सकता।
सीबीआई की जांच
सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पटना और हजारीबाग में कुछ परीक्षा केंद्रों पर पेपर लीक और गड़बड़ी की घटनाएं हुई थीं। सीबीआई ने यह भी बताया कि गड़बड़ी में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उन्हें सजा दिलाने के लिए सारे सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं।
परीक्षा की शुद्धता
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि नीट-यूजी परीक्षा के परिणाम को वैध माना जाएगा। कोर्ट ने परीक्षा की शुद्धता और विश्वसनीयता को बरकरार रखने की दिशा में कदम उठाने के लिए संबंधित अधिकारियों की सराहना की। कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि परीक्षा की शुद्धता पर कोई संदेह नहीं है और जिन छात्रों ने मेहनत से तैयारी की है, उनके भविष्य को सुरक्षित रखा जाएगा।
निष्कर्ष
सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय नीट-यूजी 2024 के लाखों छात्रों के लिए एक राहत की खबर है, जिन्होंने इस परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की थी। परीक्षा रद्द न होने से छात्रों को उनके भविष्य के लिए चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। कोर्ट का निर्णय परीक्षा की शुद्धता और विश्वसनीयता को बनाए रखने के महत्व को दर्शाता है और यह सुनिश्चित करता है कि गड़बड़ी में शामिल लोगों को सजा मिलेगी। यह निर्णय न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत भी है कि उनके मेहनत का परिणाम सुरक्षित है।