समग्र समाचार सेवा
भोपाल, 28जुलाई। मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल मंडला जिले में डायरिया और जल जनित बीमारियों ने कहर बरपाया है। पिछले दस दिनों में इस बीमारी के चलते 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 5 महिलाएं और 1 बच्चा शामिल है। इसके अलावा, लगभग 150 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं। जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. यतींद्र झारिया ने बताया कि घुघरी ब्लॉक के देवराहा बहमनी गांव और बिछिया ब्लॉक के माधोपुर गांव में यह समस्या सबसे अधिक गंभीर है।
गांवों में बिगड़े हालात
घुघरी ब्लॉक के देवराहा बहमनी गांव में डायरिया से 4 लोगों की मौत हुई है, जबकि बिछिया ब्लॉक के माधोपुर गांव में 3 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। डॉ. यतींद्र झारिया ने कहा कि यह स्थिति दूषित पानी और खाने के कारण उत्पन्न हुई है, जो इन गांवों में एक गंभीर समस्या बन गई है। माधोपुर गांव के एक व्यक्ति की शुक्रवार को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
डॉ. यतींद्र झारिया ने बताया कि जिले में लगभग 150 लोग डायरिया और जल जनित बीमारियों से पीड़ित हैं। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई हैं। इन टीमों का उद्देश्य न केवल उपचार प्रदान करना है, बल्कि लोगों को डायरिया की रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूक करना भी है। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य विभाग प्रभावित क्षेत्रों में डायरिया नियंत्रण के लिए विशेष प्रयास कर रहा है।”
उमरिया जिले में भी संकट
उमरिया जिले के दो गांवों में भी डायरिया का प्रकोप देखने को मिला है। वहां पर डायरिया के कारण पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 6 अन्य लोग बीमार हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र के स्वास्थ्य पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, दो अन्य अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
रोकथाम के प्रयास
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, डायरिया को साफ पानी और साफ-सफाई की मदद से रोका जा सकता है। डॉ. यतींद्र झारिया ने कहा कि स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने और साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लोगों को सुरक्षित पेयजल और स्वच्छता सुविधाएं मिलें ताकि ऐसी बीमारियों को रोका जा सके।”
प्रशासन की अपील
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे दूषित पानी और खाना न खाएं और किसी भी प्रकार की बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि वे स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।