समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29जुलाई। दिल्ली पुलिस ने पुराने राजिंदर नगर में हुए कोचिंग सेंटर हादसे में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है। शनिवार को बाढ़ वाले बेसमेंट में डूबने से UPSC की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत के मामले में ये गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में अब तक कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
गिरफ्तारी की जानकारी
डिप्टी पुलिस कमिश्नर (सेंट्रल) हर्ष वर्धन के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में बेसमेंट के मालिक और वह व्यक्ति शामिल हैं, जिसने एक वाहन चलाया था जिससे इमारत के गेट को क्षति पहुंची थी। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि मालिक की पहचान अभिजीत और उनके बेटे के रूप में हुई है। इमारत में अलग-अलग मंजिलों के मालिक अलग-अलग लोग हैं, लेकिन तहखाने के मालिकों को अब गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोप और धाराएं
पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या, लापरवाही से मौत और सामान्य इरादे से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। रविवार को पुलिस ने कोचिंग सेंटर के सीईओ और मालिक 41 वर्षीय अभिषेक गुप्ता और संस्थान के समन्वयक 60 वर्षीय डीपी सिंह को गिरफ्तार किया था।
हादसे में छात्रों की मौत
इस हादसे में तीन छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई थी। मृतकों में 21 वर्षीय तान्या सोनी, 25 वर्षीय श्रेया यादव, और 29 वर्षीय नेविन डेल्विन शामिल हैं। राऊ के आईएएस स्टडी सर्कल कोचिंग सेंटर की बेसमेंट लाइब्रेरी में भारी बारिश के बाद पानी भर गया था, जिसके बाद यह हादसा हुआ।
छात्रों का रोष और विरोध प्रदर्शन
इस दुखद घटना के बाद दिल्ली के छात्रों में भारी आक्रोश है। कोचिंग सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन जारी है। पुलिस ने घटना स्थल को अपराध स्थल घोषित करते हुए बिल्डिंग को सील कर दिया है।
प्रदर्शनकारियों ने सरकारी अधिकारियों से मिलने की मांग करते हुए करोल बाग मेट्रो स्टेशन की ओर जाने वाली मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया। जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने में असफल रहे, तो अंततः उन्हें मौके से हटाया गया।
इस घटना ने दिल्ली के शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना की जा रही है, लेकिन छात्रों और अभिभावकों की सुरक्षा के लिए और कड़े कदम उठाने की मांग की जा रही है।