समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31 जुलाई। केरल के वायनाड में आए भूस्खलन के बाद बुधवार को बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा, जिसके बाद लोकसभा में जोरदार हंगामा हुआ। वायनाड में मंगलवार सुबह आई इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 158 शव बरामद किए जा चुके हैं और कई लोग लापता हैं। जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
लोकसभा में बुधवार को विपक्षी सदस्यों ने उस समय हंगामा किया जब भारतीय जनता पार्टी के सांसद तेजस्वी सूर्या ने केरल के वायनाड में अतिक्रमण को लेकर प्रदेश की सरकार और कांग्रेस पर सवाल खड़े किए और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को भी परोक्ष रूप से निशाने पर लिया।
तेजस्वी सूर्या ने सदन में क्या कहा?
सदन में नियम 197 के तहत प्राकृतिक आपदा पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर अपनी बात रखते हुए सूर्या ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में केरल में कई प्राकृतिक आपदाएं, खासकर भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिनमें बहुत सारे निर्दोष लोगों की जान गई है। उन्होंने सवाल किया, ‘केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?’
अवैध अतिक्रमण का किया जिक्र
सूर्या ने कहा कि राज्य के वन मंत्री ने केरल विधानसभा में कहा था कि अवैध अतिक्रमण नहीं हटाया जा सकता, क्योंकि धार्मिक संगठनों का दबाव है। भाजपा सांसद ने दावा किया कि वायनाड में गैरकानूनी अतिक्रमण का विषय जब कांग्रेस के एक सांसद ने उठाया तो उनका टिकट काट दिया गया।
‘पांच साल तक सांसद रहे, कभी आवाज नहीं उठाई’
सूर्या ने कहा कि वायनाड से पांच साल तक सांसद रहे नेता ने वहां की प्राकृतिक आपदा को लेकर कभी आवाज नहीं उठाई। सूर्या ने कहा, ‘राहुल गांधी के वायनाड से सांसद बनने के बाद से पिछले 1,800 दिनों में उन्होंने संसद में एक बार भी भूस्खलन और बाढ़ का मुद्दा नहीं उठाया है।’
उन्होंने ये भी कहा, ‘2020 में केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने वायनाड में भूस्खलन वाले क्षेत्रों से 4,000 परिवारों को स्थानांतरित करने की सलाह दी थी। आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई और वायनाड का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद ने आज तक इस मुद्दे को उठाया ही नहीं।’
‘गृह मंत्रालय की चेतावनी को नजरअंदाज’
भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा, ‘पिछले पांच सालों में 60% या उससे अधिक भूस्खलन केरल में हुए हैं। केरल में हर साल भूस्खलन होता है। पिछले कुछ समय से इस पर चर्चा हो रही है, लेकिन कोई दीर्घकालिक समाधान नहीं है। एक सप्ताह पहले गृह मंत्रालय ने भूस्खलन की चेतावनी देते हुए राज्य सरकार को इलाके को खाली करने को कहा था। कुछ भी नहीं किया गया।’
विपक्ष ने किया हंगामा
इसके बाद विपक्ष के सदस्य हंगामा करने लगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। कार्यवाही फिर से आरंभ होने पर कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि तेजस्वी सूर्या को इस दुखद घटना पर राजनीति करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस ने की माफी की मांग
उन्होंने कहा, ‘इस त्रासदी पर विपक्ष की तरफ से किसी ने राजनीति नहीं की, लेकिन सत्तापक्ष के सांसद से राजनीति की है। उन्होंने राहुल गांधी के बारे में सवाल खड़े किए हैं। राहुल गांधी ने वायनाड में प्राकृतिक आपदाओं को लेकर कितनी बार आवाज उठाई है, इसका रिकॉर्ड देखा जा सकता है।’
स्पीकर ने दिया ये आश्वासन
वेणुगोपाल का कहना था, ‘वायनाड, केरल और भारत के लोग राहुल गांधी को प्यार करते हैं। वह वायनाड से 3.6 लाख से अधिक मतों से जीते हैं।’ इसपर स्पीकर बिरला ने कहा कि सूर्या के भाषण में जो बात इस सदन और घटना की मर्यादा के अनुरूप नहीं होगी, उसे कार्यवाही से हटा दिया जाएगा।
इस घटना ने लोकसभा में राजनीतिक बहस को और गर्मा दिया है, जहां सरकार और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। वायनाड की त्रासदी पर राजनीति से हटकर समाधान की दिशा में कदम बढ़ाने की जरूरत है, ताकि प्रभावित लोगों की मदद की जा सके।