दिल्ली में दिल दहला देने वाली घटना; शेल्टर होम में एक महीने में 14 बच्चों की मौत, आतिशी ने जांच के दिए आदेश
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 2अगस्त। राजधानी दिल्ली के रोहिणी स्थित मेंटली चैलेंज लोगों के लिए बने एक शेल्टर होम ‘आशा किरण’ से बेहद गंभीर और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। इस शेल्टर होम में पिछले 20 दिनों में 14 बच्चों की मौत हो चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन मौतों का कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और कुपोषण बताया जा रहा है। यह तथ्य इस ओर इशारा करता है कि यहां रहने वाले बच्चों को आवश्यक सुविधाएं और देखभाल नहीं मिल रही हैं।
दिल्ली सरकार की तत्काल प्रतिक्रिया
घटना की जानकारी मिलते ही दिल्ली सरकार हरकत में आ गई है। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आशा किरण आश्रय गृह में 14 लड़कियों की मौत की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने राजस्व विभाग को निर्देश दिया है कि 48 घंटों के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। आतिशी ने कहा कि अगर जांच में बच्चों की मौत की सूचना सही साबित होती है, तो जिम्मेदार व्यक्तियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
मौतों का कारण: स्वास्थ्य समस्याएं और कुपोषण
आतिशी ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “दिल्ली में इस प्रकार की भयानक खबर सुनना वाकई स्तब्ध कर देने वाला है। अगर यह सच है, तो हम किसी भी तरह की चूक बर्दाश्त नहीं करेंगे। यह एक गंभीर मुद्दा है और इस मामले की गहन जांच की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें। साथ ही, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि शेल्टर होम में रहने वाले लोगों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हों।”
उन्होंने बताया कि इस वर्ष जनवरी से अब तक हुई मौतों की जानकारी के अनुसार, ये मौतें कथित तौर पर स्वास्थ्य समस्याओं और कुपोषण के कारण हुई हैं। यह स्थिति शेल्टर होम में रह रहे बच्चों को आवश्यक सुविधाओं की कमी को दर्शाती है।
48 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश
आतिशी ने अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व को आदेश दिया है कि वे इस मामले की तुरंत मजिस्ट्रेट जांच कराएं और 48 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करें। उन्होंने यह भी कहा कि शेल्टर होम की स्थिति में सुधार लाने और वहां रहने वाले बच्चों को बेहतर जीवन प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
बीजेपी का सरकार पर हमला
इस गंभीर घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा ने घोषणा की है कि उत्तर-पश्चिम दिल्ली से उनके सांसद योगेंद्र चंदोलिया इस मुद्दे को लोकसभा में उठाएंगे। पार्टी के नेता आश्रय गृह का दौरा करेंगे ताकि वहां की स्थिति का मुआयना किया जा सके।
भाजपा की महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रेखा गुप्ता, रोहिणी से भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता और पार्टी के उत्तर पश्चिम जिला अध्यक्ष सत्यनारायण गौतम ने आश्रय गृह का दौरा करने का प्रयास किया। हालांकि, आश्रय गृह के गेट न खोले जाने के कारण उन्हें विरोध प्रदर्शन करना पड़ा।
दिल्ली सरकार पर भाजपा की आलोचना
इस मामले में भाजपा ने दिल्ली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि आशा किरण में 14 बच्चों की मौत पर सरकार को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए थी। भाजपा नेताओं ने कहा कि दिल्ली सरकार की नीति में कई खामियां हैं और उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
दिल्ली सरकार की प्रतिक्रिया
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने इस घटना को लेकर भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा आशा किरण में विरोध प्रदर्शन करने के लिए पहुंची थी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जलभराव वाले नाले में डूबकर मां-बेटे की मौत पर कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया, क्योंकि यह मामला डीडीए के अंतर्गत आता है। उन्होंने भाजपा से राजनीति के दोहरे मापदंड को बंद करने की अपील की।
इस घटना ने दिल्ली सरकार और प्रशासन के लिए कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बच्चों की मौतों के कारणों की गहन जांच और शेल्टर होम की स्थिति में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाना आवश्यक है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और शेल्टर होम में रहने वाले बच्चों को सही देखभाल और सुविधाएं मिलें।