समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 5अगस्त। बिहार के हाजीपुर जिले के सुल्तानपुर इलाके में रविवार (4 अगस्त) की रात को एक दुखद हादसा हुआ, जब एक गाड़ी के हाईटेंशन बिजली लाइन से छू जाने के कारण 8 कांवड़ियों की करंट लगने से मौत हो गई। यह घटना तब हुई जब श्रद्धालुओं का एक समूह हरिहरनाथ मंदिर में अनुष्ठान करने के लिए एक मिनी ट्रक पर सवार होकर जा रहा था।
हादसे का विवरण
मंदिर जाते समय, वाहन एक हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया, जिससे वाहन में सवार आठ लड़कों की मौत हो गई, जबकि अन्य कई लोग घायल हो गए। सावन के महीने में हर सोमवार को स्थानीय लड़के अनुष्ठान करने के लिए पास के हरिहरनाथ मंदिर जाते थे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे की खबर मिलने के बाद, सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) समेत कई पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे। प्रशासन ने तुरंत मामले की जांच शुरू की और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
बिजली विभाग पर आरोप
स्थानीय निवासी धर्मेंद्र कुमार पासवान ने इस दुर्घटना के लिए बिजली विभाग को दोषी ठहराया। उन्होंने बताया कि बार-बार कॉल करने के बावजूद, बिजली विभाग ने फोन का जवाब नहीं दिया और ना ही कोई तत्काल कार्रवाई की।
धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण 8 लोगों की जान चली गई, और अब तक विभाग की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अधिकारियों का बयान
बिजली विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “भक्त डीजे ट्रॉली के साथ बाबा धाम जा रहे थे, तभी यह 11,000 वोल्ट के तार के संपर्क में आ गया, जिससे आठ लोगों की मौत हो गई।”
मौके पर मौजूद गवाह की बात
घटनास्थल पर मौजूद शिवम कुमार ने बताया कि सुल्तानपुर गांव से कांवड़िए जल लेने के लिए पहलेजा घाट निकले थे। पहलेजा घाट से जल लेकर सभी को बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सोमवार की सुबह जलाभिषेक करना था। इसी दौरान नाइपर गेट के पास बाबा चौहरमल स्थान के निकट डीजे ट्रॉली पर लगा लाउडस्पीकर बिजली के तार की चपेट में आ गया।
यह हादसा न केवल स्थानीय समुदाय के लिए एक बड़ी त्रासदी है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि ऐसी घटनाएं कैसे रोकी जा सकती हैं। प्रशासन को चाहिए कि इस मामले की गंभीरता से जांच करे और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए उचित कदम उठाए।
हादसे के बाद स्थानीय लोग भी सदमे में हैं और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा इस घटना की जांच जारी है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।