समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 5अगस्त। बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और अंतरिम सरकार के गठन के बाद, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान जारी किया है। उन्होंने लोगों को अफवाहों से बचने की सलाह दी है और नेताओं से भड़काऊ टिप्पणियां न करने की अपील की है।
ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा, “मैं बंगाल के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करती हूं। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। यह दो देशों के बीच का मामला है, केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उसका समर्थन करेंगे।”
‘भड़काऊ टिप्पणियां करने से बचें’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “भारत सरकार इस (बांग्लादेश) मुद्दे पर कैसे काम करना है, इस पर फैसला करेगी। मैं सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील करती हूं कि वे भड़काऊ टिप्पणियां करने से बचें, जिससे बंगाल या देश में शांति भंग हो सकती है।” उन्होंने कहा, “बीजेपी के कुछ नेता पहले ही इस पर टिप्पणी कर चुके हैं। ऐसा नहीं किया जाना चाहिए।”
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया है, और अब अंतरिम सरकार कार्यभार संभालेगी। बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने सोमवार को यह घोषणा की। हसीना के देश छोड़कर जाने की खबरों के बीच उन्होंने टेलीविजन पर दिए गए अपने संबोधन में कहा, “मैं (देश की) सारी जिम्मेदारी ले रहा हूं। कृपया सहयोग करें।”
सेना ने संभाली कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी
ऐसी अपुष्ट खबरें हैं कि हसीना भारत के किसी शहर के लिए रवाना हो गई हैं। सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की और उन्हें बताया कि सेना कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी। देशभर में विरोध प्रदर्शनों के बीच जनरल जमां ने कहा कि उन्होंने सेना और पुलिस दोनों से गोली न चलाने को कहा है।
विरोध प्रदर्शनों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत
पिछले दो दिनों में शेख हसीना सरकार के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। देश में विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को लेकर उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसके तहत 1971 के मुक्ति संग्राम में लड़ने वालों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत नौकरियां आरक्षित हैं। जनरल जमां ने प्रदर्शनकारियों से संयम बरतने और हिंसा बंद करने का आग्रह किया।
ममता बनर्जी ने जोर देकर कहा कि इस संवेदनशील समय में सभी को मिलकर काम करना चाहिए और शांति बनाए रखने में योगदान देना चाहिए। उनकी अपील का मकसद बंगाल और भारत में संभावित तनाव को रोकना है, ताकि दोनों देशों के बीच रिश्ते स्थिर बने रहें।