मध्य प्रदेश के रतलाम की सच्चाई: चारपाई पर लादकर इलाज के लिए ले जाते लोग

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,27अगस्त। आप जो दृश्य देख रहे हैं, वह किसी टीवी सीरियल का हिस्सा नहीं है। यह एक कड़वी सच्चाई है, जो मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की जमीनी हकीकत को दर्शा रही है। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति को चारपाई पर लादकर पानी के बीच से ले जाया जा रहा है। यह दृश्य दिल को झकझोर देने वाला है और विकास की तमाम दावों की पोल खोलता है।

रतलाम की स्थिति:

रतलाम जिले के आदिवासी इलाकों में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। यहां के कई गांव अभी भी सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। मानसून के दौरान स्थिति और भी बदतर हो जाती है, जब नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ने से गांवों का संपर्क टूट जाता है। लोग जीवन और मौत के बीच संघर्ष करने को मजबूर हो जाते हैं।

चारपाई पर ले जाते हुए मरीज:

हाल ही में वायरल हुआ वीडियो रतलाम के बड़वानी इलाके का है। इसमें देखा गया कि एक मरीज को चारपाई पर लिटाकर, ग्रामीण उसे पानी भरे रास्ते से अस्पताल ले जा रहे हैं। इस इलाके में पक्की सड़कें नहीं हैं, और बारिश के मौसम में कीचड़ और पानी भरे रास्ते नदियों का रूप ले लेते हैं। ऐसी स्थिति में चारपाई ही लोगों के लिए एकमात्र साधन बचता है, जिससे वे मरीजों को अस्पताल तक पहुंचा सकें।

मौसम की मार और प्रशासन की उदासीनता:

रतलाम के ग्रामीण इलाकों में हर साल मानसून के दौरान यही स्थिति देखने को मिलती है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन से कई बार गुहार लगाने के बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। सड़कें कच्ची और टूटी-फूटी हैं, जो बारिश के समय तालाब का रूप ले लेती हैं। इन गांवों तक एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाती, जिससे मरीजों को चारपाई पर या पैदल ही अस्पताल ले जाना पड़ता है।

स्वास्थ्य सेवाओं की कमी:

रतलाम के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति दयनीय है। कई गांवों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं हैं, और जो हैं, वहां भी डॉक्टरों और दवाइयों की भारी कमी है। ऐसे में गंभीर रूप से बीमार मरीजों को शहर के बड़े अस्पतालों में भेजना पड़ता है। लेकिन रास्ते की खराब स्थिति के कारण कई बार मरीज की हालत बिगड़ जाती है, और कुछ मामलों में तो मरीज की जान भी चली जाती है।

सरकार की जिम्मेदारी:

रतलाम के इन इलाकों की स्थिति सरकार और प्रशासन के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। विकास की तमाम योजनाओं और दावों के बावजूद अगर लोग आज भी चारपाई पर लादकर मरीजों को ले जाने को मजबूर हैं, तो यह एक बड़ी विफलता है। सड़कें और स्वास्थ्य सेवाएं हर नागरिक का बुनियादी अधिकार हैं, और इन सुविधाओं को सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।

समस्या का समाधान:

रतलाम के ग्रामीण इलाकों में मूलभूत सुविधाओं की कमी को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। प्रशासन को चाहिए कि वह इन इलाकों में पक्की सड़कों का निर्माण कराए, ताकि बरसात के दौरान भी लोगों को आने-जाने में दिक्कत न हो। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड करना, डॉक्टरों की नियुक्ति करना, और पर्याप्त दवाइयों की व्यवस्था करना अत्यंत आवश्यक है।

निष्कर्ष:

रतलाम के बड़वानी इलाके में चारपाई पर लादकर मरीजों को ले जाना एक मार्मिक सच्चाई है, जो विकास के तमाम दावों पर सवाल खड़े करती है। यह समय है कि सरकार और प्रशासन इन इलाकों की समस्याओं को गंभीरता से लें और लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएं। ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति चारपाई पर लादकर इलाज के लिए न जाना पड़े और सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।

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