जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट के बाद मलयालम इंडस्ट्री में बवाल, तमिल एक्ट्रेस ने खोले चौंकाने वाले राज

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समग्र समाचार सेवा

तमिलनाडु, 30 अगस्त. जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में हड़कंप मचा हुआ है। रिपोर्ट में कई महिलाओं ने डायरेक्टर्स, प्रोड्यूसर्स और एक्टर्स पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन आरोपों के बाद कई एक्ट्रेस ने अपनी भयानक कहानियों को साझा किया है, जिससे फिल्म इंडस्ट्री में एक नई बहस छिड़ गई है।

अब तमिल एक्ट्रेस और टीवी सीरियल प्रोड्यूसर कुट्टी पद्मिनी ने भी यौन उत्पीड़न के मामले पर खुलासा किया है। उन्होंने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में इंडस्ट्री के अंधेरे पहलुओं को उजागर किया। पद्मिनी ने बताया कि इस उत्पीड़न की वजह से कई महिलाओं ने आत्महत्या तक कर ली थी। उन्होंने कहा कि इस पेशे को देह व्यापार की तरह क्यों बदल दिया गया है, जबकि यह डॉक्टर, वकील या आईटी प्रोफेशन की तरह एक सम्मानजनक पेशा होना चाहिए था।

पद्मिनी ने आरोप लगाया कि डायरेक्टर्स और टेक्निशियन्स टीवी सीरियल्स में महिला कलाकारों से यौन संबंध बनाने की मांग करते हैं। कई महिलाएं इस उत्पीड़न की शिकायत नहीं कर पातीं क्योंकि यौन उत्पीड़न को साबित करना मुश्किल होता है। कुछ महिलाएं अच्छा पैसा कमाने के कारण इसे बर्दाश्त कर लेती हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि जब वह चाइल्ड आर्टिस्ट थीं, तब भी उनके साथ यौन उत्पीड़न हुआ था। जब उनकी मां ने इसके खिलाफ आवाज उठाई, तो उन्हें हिंदी फिल्म प्रोजेक्ट से हटा दिया गया था।

सिंगर चिन्मई और एक्ट्रेस श्रीरेड्डी ने भी तमिल फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई थी, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें बैन कर दिया गया था। पद्मिनी ने इन पर बैन लगाने पर सवाल उठाए हैं। चिन्मई ने पद्मिनी के स्टेटमेंट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आखिरकार तमिल फिल्म इंडस्ट्री से किसी ने तो स्वीकारा कि यहां भी यौन उत्पीड़न होता है।

 

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