समग्र समाचार सेवा
मंडी, 30 अगस्त किसान आंदोलन के खिलाफ दिए गए बयान के बाद एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। उनके इस बयान पर किसान संगठनों और विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, और अब उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी नाराजगी जताई है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार (29 अगस्त) को कंगना रनौत से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान कंगना करीब आधे घंटे तक जेपी नड्डा के साथ रहीं। हालांकि, इस बातचीत के विवरण सामने नहीं आए हैं। लेकिन सूत्रों के अनुसार, नड्डा ने कंगना को सलाह दी है कि वे बिना सोचे-समझे बयान देने से बचें। यह सलाह कंगना के लिए एक चेतावनी के रूप में देखी जा रही है, खासकर आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव को देखते हुए। पार्टी कोई भी राजनीतिक जोखिम नहीं लेना चाहती है।
कंगना रनौत के जाति जनगणना के विरोध वाले बयान पर कांग्रेस नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने जातिगत जनगणना का विरोध किया है। क्या उन्हें नहीं पता कि जातिगत भेदभाव आज भी समाज में मौजूद है? वे एक सवर्ण, अमीर स्टार और सांसद हैं। उन्हें दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और गरीबों की हालत का क्या पता होगा?”
हाल ही में एक इंटरव्यू में, कंगना रनौत ने जाति जनगणना पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा था, “मेरी स्थिति वही है जो योगी आदित्यनाथ की है। हमें जाति जनगणना नहीं करनी चाहिए। बॉलीवुड स्टार्स की जाति से क्या फर्क पड़ता है? मेरे आसपास के लोग जाति की परवाह नहीं करते हैं। देश में महिलाओं पर हिंसा बढ़ रही है, हमें इस पर ध्यान देना चाहिए।”
इस बयान के बाद कंगना को विभिन्न मोर्चों पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। किसान संगठनों और विपक्षी दलों ने उनकी टिप्पणी को असंवेदनशील और गलत बताया है, जबकि बीजेपी ने उनके बयानों पर चिंता व्यक्त की है।