ईडी की जांच पर सिसोदिया का हमला: “बीजेपी के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाने का साधन बन चुकी है ईडी”

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,2 सितम्बर। अमानतुल्लाह खान के दावे के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का काम अब केवल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाना रह गया है। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि ईडी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्षी दलों के नेताओं को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है, ताकि उन्हें राजनीतिक रूप से कमजोर किया जा सके।

क्या है मामला?

अमानतुल्लाह खान, जो कि AAP के विधायक हैं, हाल ही में ईडी के निशाने पर आए हैं। उनके खिलाफ चल रही जांच के संदर्भ में उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें बीजेपी द्वारा राजनीतिक रूप से निशाना बनाया जा रहा है। खान का कहना है कि बीजेपी सरकार ने अपने राजनीतिक विरोधियों को डराने और उन्हें चुप कराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया है।

मनीष सिसोदिया का बयान

मनीष सिसोदिया, जो कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं, ने इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ईडी का काम अब केवल बीजेपी के इशारे पर नाचना रह गया है। उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि ईडी का उद्देश्य अब भ्रष्टाचार से लड़ना नहीं, बल्कि बीजेपी के राजनीतिक हितों की पूर्ति करना है। बीजेपी हर उस व्यक्ति को निशाना बना रही है जो उसके खिलाफ आवाज उठाता है, और इसके लिए वह ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है।”

राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप

आम आदमी पार्टी का कहना है कि इस तरह के कदमों से केवल लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी के इस रवैये से यह स्पष्ट हो गया है कि वह किसी भी विरोधी आवाज को बर्दाश्त नहीं कर सकती और उसे दबाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी देश की जनता का ध्यान असली मुद्दों से हटाकर राजनीतिक प्रतिशोध की राजनीति कर रही है।

आगे की रणनीति

AAP ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस तरह के कदमों से डरने वाली नहीं है। पार्टी का कहना है कि वे जनता के हित में अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और किसी भी तरह के दबाव के आगे झुकेंगे नहीं। मनीष सिसोदिया और अमानतुल्लाह खान जैसे नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि वे बीजेपी की धमकियों के आगे हार नहीं मानेंगे और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहेंगे।

निष्कर्ष

ईडी की जांच और AAP नेताओं के बयानों के बीच इस पूरे मामले ने एक बार फिर से केंद्र और राज्य सरकारों के बीच के टकराव को उजागर कर दिया है। विपक्षी दलों का आरोप है कि बीजेपी सरकार सरकारी एजेंसियों का राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है, जबकि बीजेपी का कहना है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है और आम आदमी पार्टी किस तरह से अपने नेताओं का बचाव करती है।

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