Sensex Opening Bell: हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन में सेंसेक्स 600 अंक गिरा, रिलायंस और HDFC बैंक के शेयरों में बिकवाली से बाजार में दबाव

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,15 अक्टूबर। मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिला। हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन की शुरुआत में घरेलू शेयर बाजार ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए बढ़त हासिल की, लेकिन जल्द ही बिकवाली का दौर शुरू हो गया। शुरुआती बढ़त के बाद बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक जैसे दिग्गज कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिली, जिससे सेंसेक्स 600 अंकों तक लुढ़क गया।

सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स ऊपरी स्तरों पर था, लेकिन बिकवाली के दबाव ने इसे दिन के निचले स्तरों पर ला दिया। सेंसेक्स 600 अंकों की गिरावट के साथ लुढ़क गया, जबकि निफ्टी भी 25,100 के नीचे आ गया। बाजार में आई इस गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया, और कई प्रमुख सेक्टर्स में भी दबाव बना रहा।

रिलायंस और एचडीएफसी बैंक में बिकवाली का असर

रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बिकवाली का बाजार पर बड़ा प्रभाव पड़ा। इन दोनों कंपनियों के शेयरों में गिरावट से बेंचमार्क इंडेक्स पर नकारात्मक असर पड़ा, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में कमजोरी देखने को मिली।

विशेषज्ञों का मानना है कि रिलायंस और एचडीएफसी बैंक में आई बिकवाली का कारण बाजार की मौजूदा अनिश्चितताएँ और ग्लोबल संकेत हो सकते हैं। इसके अलावा, कुछ निवेशक मुनाफावसूली भी कर सकते हैं, जिससे इन बड़े शेयरों में बिकवाली का दौर शुरू हो गया है।

अन्य सेक्टरों पर भी असर

रिलायंस और एचडीएफसी बैंक के अलावा, आईटी, मेटल, और ऑटो सेक्टर के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, फार्मा और एफएमसीजी सेक्टरों में कुछ हद तक खरीदारी का समर्थन देखने को मिला, लेकिन यह बाजार को स्थिर बनाए रखने के लिए पर्याप्त नहीं था।

ग्लोबल मार्केट का असर

भारतीय शेयर बाजार पर ग्लोबल मार्केट की भी छाया पड़ी। अमेरिका और यूरोप के बाजारों में मिले-जुले रुख और वैश्विक आर्थिक चिंताओं के चलते भारतीय बाजारों में दबाव बना हुआ है। इसके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और वैश्विक बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी जैसी वजहें भी घरेलू बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं।

निवेशकों के लिए सलाह

विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को मौजूदा बाजार स्थितियों में धैर्य बनाए रखना चाहिए। छोटी अवधि की उतार-चढ़ाव की स्थिति से घबराने के बजाय, लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान केंद्रित करना बेहतर होगा। बाजार में आई मौजूदा गिरावट को खरीदारी के मौके के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन यह जरूरी है कि निवेशक सही कंपनियों और सेक्टर्स का चुनाव करें।

निष्कर्ष

मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार में शुरुआती बढ़त के बाद बिकवाली का दौर देखने को मिला, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गई। रिलायंस और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बिकवाली के चलते बाजार पर दबाव बढ़ा, और निवेशकों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण दिन साबित हुआ। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि बाजार आने वाले दिनों में किस दिशा में आगे बढ़ता है, और ग्लोबल संकेतों का इस पर क्या असर पड़ता है।

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