समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,21 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) आरक्षण में उपवर्गीकरण की संभावनाओं पर विचार करना शुरू कर दिया है। इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य दलित वोट बैंक में सेंध लगाना और पार्टी की राजनीतिक स्थिति को मजबूत करना है। इस लेख में हम इस मुद्दे की जटिलताओं और भाजपा की रणनीति पर चर्चा करेंगे।