समग्र समाचार सेवा
कानपुर, 10 नवंबर: कानपुर के सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के मतदान से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पूरी तरह से हिंदुत्व के एजेंडे पर आकर चुनावी मैदान में उतरती दिखाई दे रही है। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में किदवई नगर के बीजेपी विधायक महेश त्रिवेदी ने एक बड़ा बयान देकर राजनीति में हलचल मचा दी है।
सीसामऊ सीट पर पिछले 22 वर्षों से बीजेपी अपनी जीत नहीं दर्ज कर पाई है। इस बार बीजेपी ने अपने दो बार हारे प्रत्याशी सुरेश अवस्थी पर दांव लगाया है। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस सीट पर पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। मुस्लिम बहुल इस सीट पर सपा ने लगातार विजय प्राप्त की है, और बीजेपी इस बार हिंदुत्व के एजेंडे पर अपनी पूरी ताकत लगा रही है।
सीएम योगी के उपचुनाव प्रचार के दौरान किदवई नगर से बीजेपी विधायक महेश त्रिवेदी ने मंच से एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, “मैं यह तो नहीं कहता कि हर मुसलमान आतंकवादी होता है, लेकिन इतना जरूर है कि हर आतंकवादी मुसलमान जरूर है।” महेश त्रिवेदी के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई है।
महेश त्रिवेदी का बयान बीजेपी की हिंदुत्व पर आधारित चुनावी रणनीति को दर्शाता है। इससे पहले सीएम योगी ने भी “बंटेंगे तो कटेंगे” जैसे बयान दिए थे, जो इस रणनीति का हिस्सा माने जा रहे हैं। बीजेपी का मानना है कि इस बार वह सभी वर्गों को एक साथ लाकर चुनाव जीतने की रणनीति पर काम कर रही है।
महेश त्रिवेदी के बयान और बीजेपी की हिंदुत्व आधारित रणनीति के बाद सपा के लिए सीसामऊ सीट को जीतना अब इतना आसान नहीं होगा। सपा को चुनावी सफलता के लिए दलित और पिछड़ा वर्ग को अपने पक्ष में लाना होगा और साथ ही अति आत्मविश्वास से बचना होगा। अगर बीजेपी की रणनीति सफल होती है, तो 2027 के विधानसभा चुनाव में इस फार्मूले को अपनाए जाने की संभावना है।
यह उपचुनाव कानपुर की राजनीति में एक अहम मोड़ साबित हो सकता है, जो आने वाले दिनों में चुनावी रणनीतियों और दलों के बीच की जंग को प्रभावित करेगा।