यूपी: योगी ने मंत्रियों को दिया मिल्कीपुर जीतने का टास्क, कुंदरकी मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू करने पर जोर

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,30 नवम्बर।
उत्तर प्रदेश में आगामी चुनावों को लेकर भाजपा ने अपनी रणनीति को तेज कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों और पार्टी नेताओं को विशेष रूप से मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र को जीतने का टास्क दिया है। साथ ही, उन्होंने ‘कुंदरकी मॉडल’ को पूरे प्रदेश में लागू करने की योजना पर चर्चा की, जिससे पार्टी की जमीनी पकड़ मजबूत की जा सके।

मिल्कीपुर पर क्यों है खास नजर?

मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र अयोध्या जिले में आता है और राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है।

  • इस क्षेत्र में भाजपा को बीते चुनावों में अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी।
  • योगी आदित्यनाथ का मानना है कि यह क्षेत्र भाजपा की विचारधारा और विकास कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एक मजबूत मंच बन सकता है।
  • मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे क्षेत्र में अधिक समय बिताएं और जनता के साथ जुड़कर उनकी समस्याओं का समाधान करें।

कुंदरकी मॉडल: क्या है खास?

मुख्यमंत्री योगी ने ‘कुंदरकी मॉडल’ का जिक्र करते हुए इसे प्रदेश भर में लागू करने की बात कही।

  • कुंदरकी मॉडल: यह मॉडल मुरादाबाद जिले के कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में लागू किया गया था, जहां जमीनी स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर विकास कार्यों को प्राथमिकता दी।
  • इस मॉडल के तहत समाज के सभी वर्गों को जोड़ने और उनकी समस्याओं को त्वरित हल करने पर जोर दिया गया।
  • इसका परिणाम यह रहा कि क्षेत्र में भाजपा की पकड़ मजबूत हुई और पार्टी ने वहां उल्लेखनीय प्रदर्शन किया।

योगी की रणनीति

मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे कुंदरकी मॉडल को समझें और इसे प्रदेश के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में लागू करें।

  1. मजबूत जमीनी नेटवर्क: पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर जनता से सीधा संपर्क बढ़ाने पर जोर।
  2. विकास कार्यों का प्रचार: सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को घर-घर तक पहुंचाने की योजना।
  3. सामाजिक संतुलन: सभी वर्गों और समुदायों को साथ लेकर चलने की रणनीति।
  4. स्थानीय मुद्दों पर ध्यान: क्षेत्रीय समस्याओं को समझकर उनके समाधान के लिए तुरंत कार्रवाई।

मंत्रियों की भूमिका

मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि सभी मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्र में अधिक सक्रिय होना होगा। उन्हें जनता से सीधे जुड़ने और क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करने की हिदायत दी गई।

राजनीतिक महत्व

भाजपा के इस कदम को 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।

  • विपक्ष, विशेष रूप से सपा और कांग्रेस, ने इन क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत की है।
  • भाजपा की यह रणनीति न केवल विधानसभा क्षेत्रों में प्रभाव बढ़ाने की है, बल्कि लोकसभा चुनावों में भी इसका असर दिख सकता है।

जनता की प्रतिक्रिया

कुंदरकी मॉडल को लेकर जनता की प्रतिक्रिया सकारात्मक रही है। इसे अन्य क्षेत्रों में लागू करने की बात से प्रदेश के अन्य जिलों में भी उम्मीदें बढ़ी हैं।

निष्कर्ष

मिल्कीपुर और कुंदरकी मॉडल के जरिए भाजपा प्रदेश भर में अपने संगठन को मजबूत करने और जनता के साथ गहरा जुड़ाव बनाने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह रणनीति न केवल भाजपा के लिए चुनावी लाभकारी साबित हो सकती है, बल्कि यह प्रदेश के विकास में भी अहम भूमिका निभा सकती है।

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