समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,5 दिसंबर। भारत के राजनीतिक परिदृश्य में हाल के वर्षों में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दलों के बीच की प्रतिस्पर्धा ने एक नई दिशा ली है। कई राज्यों में कांग्रेस ने अपना प्रभाव खो दिया है, जिससे भाजपा और अन्य क्षेत्रीय दलों के लिए सत्ता में आने के रास्ते आसान हुए हैं। हालांकि, कांग्रेस के कमजोर होने के बावजूद विपक्ष के लिए इन राज्यों में चुनावी संभावनाएं पूरी तरह समाप्त नहीं हुई हैं।