समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,10 जनवरी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा पूर्वांचलियों पर की गई टिप्पणी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ‘पूर्वांचल सम्मान मार्च’ का आयोजन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल के आवास की ओर कूच किया, जहां पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
प्रदर्शन का कारण
अरविंद केजरीवाल की एक टिप्पणी, जिसे पूर्वांचल समुदाय के प्रति अपमानजनक माना गया, ने भाजपा को विरोध प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया। भाजपा नेताओं का आरोप है कि केजरीवाल ने पूर्वांचलियों का अपमान किया है, जिससे दिल्ली में रहने वाले इस समुदाय में आक्रोश है।
भाजपा का ‘पूर्वांचल सम्मान मार्च’
भाजपा ने मनोज तिवारी के नेतृत्व में ‘पूर्वांचल सम्मान मार्च’ का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। उनका उद्देश्य केजरीवाल के बयान के खिलाफ विरोध दर्ज कराना और पूर्वांचलियों के सम्मान की रक्षा करना था।
पुलिस की कार्रवाई
प्रदर्शनकारियों को केजरीवाल के आवास तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया। इसके बावजूद, कुछ कार्यकर्ता बैरिकेड्स पार करने की कोशिश करते रहे, जिससे पुलिस को कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेना पड़ा।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है। भाजपा ने केजरीवाल से माफी की मांग की है, जबकि आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे को भड़काने का आरोप लगाया है। आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर, यह विवाद और गहराने की संभावना है।
निष्कर्ष
पूर्वांचलियों के सम्मान की रक्षा के नाम पर भाजपा का यह प्रदर्शन दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। केजरीवाल की टिप्पणी और उसके बाद की घटनाओं ने आगामी चुनावों में पूर्वांचल समुदाय की भूमिका को महत्वपूर्ण बना दिया है। अब देखना होगा कि इस विवाद का चुनावी समीकरणों पर क्या प्रभाव पड़ता है।