क्यों नहीं खत्म होना चाहिए ओल्‍ड टैक्स रेजीम? जानिए एक्सपर्ट्स की राय और इसके फायदे

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,10 जनवरी।
भारत में इनकम टैक्स को लेकर दो प्रमुख विकल्प हैं—ओल्ड टैक्स रेजीम और न्यू टैक्स रेजीम। जहां न्यू टैक्स रेजीम में कम टैक्स स्लैब के साथ कम डिडक्शन और छूट मिलती है, वहीं ओल्ड टैक्स रेजीम में विभिन्न टैक्स छूट और डिडक्शन का लाभ मिलता है। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि ओल्ड टैक्स रेजीम को खत्म नहीं किया जाना चाहिए। आइए जानते हैं इसके पीछे की वजहें और फायदे।

1. निवेश को बढ़ावा

ओल्ड टैक्स रेजीम में सेक्शन 80C, 80D, 80E जैसे प्रावधानों के तहत विभिन्न निवेश विकल्पों पर टैक्स में छूट मिलती है। इससे लोग ELSS, PPF, NSC, लाइफ इंश्योरेंस, और होम लोन में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। यह न केवल व्यक्तिगत वित्तीय सुरक्षा बढ़ाता है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देता है।

2. दीर्घकालिक बचत की आदत

ओल्ड टैक्स रेजीम लोगों में लॉन्ग टर्म सेविंग्स की आदत डालता है। इसके तहत मिलने वाली छूटों का लाभ लेने के लिए लोग पीपीएफ, एनएससी, और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी योजनाओं में निवेश करते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।

3. मिडल क्लास और सैलरीड क्लास के लिए फायदेमंद

मध्य वर्ग और वेतनभोगी वर्ग के लिए ओल्ड टैक्स रेजीम अधिक लाभकारी है। उन्हें हाउस रेंट अलाउंस (HRA), एलटीए, मेडिकल इंश्योरेंस प्रीमियम जैसी कई छूटें मिलती हैं, जो उनकी टैक्स देनदारी को काफी कम कर देती हैं।

4. रियल एस्टेट और इंश्योरेंस सेक्टर को समर्थन

ओल्ड टैक्स रेजीम के तहत होम लोन के ब्याज पर मिलने वाली छूट (Section 24) से रियल एस्टेट सेक्टर को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, इंश्योरेंस प्रीमियम पर टैक्स डिडक्शन से इंश्योरेंस सेक्टर में भी ग्रोथ होती है।

5. वित्तीय योजना बनाने में सहायक

ओल्ड टैक्स रेजीम के तहत विभिन्न छूटों और डिडक्शन का लाभ उठाने के लिए लोग सोच-समझकर अपनी वित्तीय योजना बनाते हैं। इससे वे अनुशासित तरीके से निवेश करते हैं और टैक्स बचाते हैं।

6. टैक्स पेयर्स को विकल्प की आज़ादी

ओल्ड टैक्स रेजीम को बनाए रखने से टैक्सदाताओं को अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार सही विकल्प चुनने की आज़ादी मिलती है। कुछ लोगों के लिए छूट और डिडक्शन के साथ टैक्स भरना ज्यादा फायदेमंद होता है, जबकि कुछ लोग सरल प्रक्रिया के लिए न्यू टैक्स रेजीम को चुनते हैं।

7. सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को सहयोग

ओल्ड टैक्स रेजीम के जरिए सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में अधिक निवेश होता है। जैसे सुकन्या समृद्धि योजना, एनपीएस आदि में निवेश से सामाजिक सुरक्षा मजबूत होती है।

निष्कर्ष

ओल्ड टैक्स रेजीम न केवल टैक्स बचाने का एक तरीका है, बल्कि यह निवेश, बचत और वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसे खत्म करना मध्यम वर्ग, रियल एस्टेट, इंश्योरेंस और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए, टैक्सदाताओं को दोनों विकल्पों में से चुनने का अधिकार बना रहना चाहिए, ताकि वे अपनी जरूरत और योजना के अनुसार सही निर्णय ले सकें।

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