‘शरद पवार चाणक्य हैं, राजनीति में कुछ भी मुमकिन…’, ऐसा क्यों बोले महाराष्ट्र CM देवेंद्र फडणवीस?

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,11 जनवरी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में एक बयान में शरद पवार को चाणक्य की उपमा दी, जिससे राज्य की राजनीति में हलचल मच गई। फडणवीस ने कहा, “शरद पवार चाणक्य हैं, राजनीति में कुछ भी मुमकिन है”, और यह बयान राजनीति के गलियारों में एक बड़ा मुद्दा बन गया। आइए जानते हैं कि आखिर फडणवीस ने शरद पवार के बारे में यह टिप्पणी क्यों की और इसके पीछे के राजनीतिक संदर्भ को समझने की कोशिश करते हैं।

शरद पवार की राजनीतिक चालाकी

शरद पवार महाराष्ट्र की राजनीति के एक दिग्गज नेता हैं, जिन्होंने कई दशकों तक राज्य की राजनीति पर अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी है। वह भारतीय राजनीति में एक मास्टर स्ट्रोक प्लेयर के रूप में जाने जाते हैं, जो समय-समय पर अपने राजनीतिक निर्णयों और चालाकियों से सबको चौंका देते हैं। पवार ने कई बार अपनी राजनीतिक रणनीतियों से न केवल विरोधियों को मात दी है, बल्कि अपने समर्थकों को भी भरोसा दिलाया है कि वह हमेशा हर परिस्थिति में एक विजेता के रूप में उभरेंगे। उनके राजनीतिक अनुभव और रणनीतियों को देखते हुए ही फडणवीस ने उन्हें चाणक्य की उपमा दी, जो एक रणनीतिकार के रूप में अपनी पहचान रखते हैं।

क्यों बोले फडणवीस ये शब्द?

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का यह बयान महाराष्ट्र में हाल ही में हुई राजनीतिक घटनाओं से जुड़ा हुआ है। पवार का राजनीतिक जीवन काफी उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, लेकिन उन्होंने हमेशा अपने विरोधियों को चौंकाने वाली चालें खेली हैं। उनके द्वारा किए गए रणनीतिक निर्णय और सत्ता संघर्ष ने उन्हें राजनीति का चाणक्य बना दिया है।

फडणवीस ने यह टिप्पणी तब की जब शरद पवार ने कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन से अलग होकर महाराष्ट्र में एक नई राजनीतिक दिशा में कदम रखा। उनके इस कदम ने सभी राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया था, और कई नेताओं ने इसको राजनीतिक चाणक्यनीति के रूप में देखा। पवार की चालाकी को देखते हुए, फडणवीस ने इसे सम्मानित करते हुए यह बयान दिया कि राजनीति में कुछ भी मुमकिन है और शरद पवार इसकी मिसाल हैं।

राजनीतिक रणनीतियों में पवार की ताकत

शरद पवार की राजनीतिक रणनीतियों की ताकत और उनकी दूरदर्शिता को नकारा नहीं किया जा सकता। वह समय-समय पर अपनी चालों से सत्ताधारियों और विपक्ष को चुनौती देते रहे हैं। पवार का हमेशा यह मानना रहा है कि राजनीति में किसी भी स्थिति में लचीलापन और समय की समझ सबसे अहम होती है। उनके इस दृष्टिकोण से कई नेताओं को फायदा हुआ है, और यही कारण है कि उन्हें राजनीति के चाणक्य के रूप में देखा जाता है।

पवार ने कभी भी सीधे मुकाबले में नहीं उतरने की बजाय अपने विरोधियों के साथ समझौतों और गठबंधन की राजनीति के जरिए अपना रास्ता बनाया है। यही कारण है कि फडणवीस ने उन्हें राजनीति के चाणक्य के रूप में देखा और उनका यह बयान देशभर के राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया।

फडणवीस और पवार का राजनीतिक संबंध

हालांकि फडणवीस और शरद पवार की राजनीतिक विचारधाराएं बहुत भिन्न हैं, लेकिन दोनों नेताओं के बीच एक प्रकार का सम्मान और कद्र की भावना भी है। फडणवीस ने पहले भी पवार की राजनीति के तरीके की सराहना की थी और उनके राजनीतिक अनुभव से सीखने की बात की थी। पवार की बारीकियों और रणनीतियों के चलते ही फडणवीस ने उन्हें चाणक्य की उपमा दी, जो अपने समय के सबसे महान राजनीतिक रणनीतिकार माने जाते थे।

निष्कर्ष

देवेंद्र फडणवीस का यह बयान स्पष्ट रूप से यह बताता है कि शरद पवार की राजनीतिक नीतियां और उनका नजरिया उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में स्थापित करते हैं, जिन्हें राजनीति का मास्टरमाइंड माना जाता है। पवार की राजनीति में बारीकियां, रणनीतिक निर्णय और समय की समझ ने उन्हें एक ऐसा नेता बना दिया है जो कभी भी राजनीतिक खेल को पलटने में सक्षम है। फडणवीस का यह बयान न सिर्फ पवार की क्षमताओं का सम्मान है, बल्कि यह भी बताता है कि राजनीति में सफलता पाने के लिए एक सशक्त रणनीति की जरूरत होती है, जो पवार के पास है।

इस प्रकार, शरद पवार की राजनीतिक शैली और उनके द्वारा किए गए निर्णयों ने उन्हें “राजनीति के चाणक्य” का दर्जा दिलवाया है, और उनके बारे में देवेंद्र फडणवीस का यह बयान एक तरह से उनकी रणनीतिक प्रतिभा को स्वीकार करने का संकेत है।

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