हज में 1,300 लोगों की मौत से सऊदी ने सीखा सबक? इस साल गर्मी से हाजियों को कैसे बचाएंगे MBS

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,16 जनवरी।
हर साल सऊदी अरब में हज यात्रा पर लाखों मुसलमानों का तांता लगता है। यह यात्रा एक आध्यात्मिक यात्रा होती है जो मुस्लिमों की धार्मिक धरोहर का हिस्सा है। हालांकि, इस यात्रा के दौरान कई बार अप्रत्याशित घटनाएँ भी सामने आती हैं, जिनमें से 2015 में मिना में हुई भगदड़ और इस दौरान लगभग 1,300 हाजियों की मौत एक अहम घटना थी। इस घटना ने सऊदी अरब को हज यात्रा के दौरान सुरक्षा और हाजियों के स्वास्थ्य के लिहाज से कई बड़े बदलाव करने की जरूरत महसूस कराई।

सऊदी अरब के शाही परिवार के सदस्य, किंग सलमान के बेटे और वर्तमान में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने इस दिशा में कई प्रयास किए हैं। यह सवाल उठता है कि क्या सऊदी ने 2015 में हुई इस त्रासदी से कोई सीख ली है और इस साल हाजियों को गर्मी से बचाने के लिए कौन सी नई रणनीतियाँ अपनाई जाएंगी?

हाजियों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम

2015 की मिना भगदड़ के बाद, सऊदी अरब ने हाजियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी। इस घटना ने न केवल सऊदी अरब को बल्कि पूरी मुस्लिम दुनिया को हिलाकर रख दिया था। इसके बाद से, हज यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई कदम उठाए गए हैं:

  1. नई तकनीकों का इस्तेमाल: सऊदी सरकार ने हाजियों की निगरानी के लिए नई तकनीकों का उपयोग करना शुरू किया। स्मार्ट बैज और ट्रैकिंग डिवाइस की मदद से हाजियों को ट्रैक किया जाता है और किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जाती है।
  2. इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार: सऊदी अरब ने मिना और अराफात जैसे अहम स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाई है। पैदल रास्तों को चौड़ा किया गया है और हाजियों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए नए रास्ते बनाए गए हैं। साथ ही, हाजियों के लिए छायादार स्थानों का भी निर्माण किया गया है।
  3. स्वास्थ्य सुविधाएं: सऊदी सरकार ने हाजियों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान केंद्रित किया है। हाजियों के लिए चिकित्सा सुविधा को और बेहतर बनाने के लिए अस्पतालों और हेल्पडेस्क का निर्माण किया गया है। यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में तुरंत इलाज उपलब्ध हो।

इस साल गर्मी से बचने के उपाय

सऊदी अरब में हज यात्रा के दौरान अगस्त और सितंबर में अत्यधिक गर्मी होती है। यह गर्मी हाजियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है, खासकर जब वे खुले मैदानों में रहते हैं और लंबी दूरी तक पैदल यात्रा करते हैं। इस समस्या को देखते हुए, क्राउन प्रिंस MBS ने इस साल गर्मी से बचाव के लिए कुछ नई योजनाओं की घोषणा की है:

  1. कूलिंग सिस्टम्स का उपयोग: सऊदी अरब ने इस साल हाजियों के लिए कूलिंग टेंट्स और एयर कंडीशनिंग का प्रबंध किया है, ताकि हाजियों को गर्मी से राहत मिल सके। मक्का और मदीना में हाजियों के ठहरने के स्थानों पर विशेष कूलिंग सिस्टम्स लगाए गए हैं।
  2. जल आपूर्ति में सुधार: हाजियों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराने के लिए सऊदी सरकार ने जल वितरण प्रणाली को और बेहतर किया है। अधिक ठंडे पानी के कंटेनर और पानी की बोतलें हाजियों को प्रदान की जाएंगी, ताकि वे गर्मी में निर्जलीकरण से बच सकें।
  3. विशेष हेल्थ कैम्प्स: इस साल विशेष हेल्थ कैम्प्स भी लगाए गए हैं जहां हाजियों को गर्मी से संबंधित समस्याओं, जैसे हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन, से बचाने के लिए चिकित्सा सहायता दी जाएगी। इन हेल्थ कैम्प्स में विशेषज्ञ डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ तैनात होंगे।

निष्कर्ष

सऊदी अरब ने हज यात्रा के दौरान हाजियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 2015 की मिना भगदड़ से प्राप्त अनुभवों से यह साफ है कि सऊदी सरकार अब अधिक सजग और सतर्क है। क्राउन प्रिंस MBS ने हाजियों की सुरक्षा और उन्हें गर्मी से बचाने के लिए कई प्रभावी योजनाओं की घोषणा की है, जो इस साल हज यात्रा को और भी सुरक्षित और आरामदायक बनाने में मदद करेंगी। इस दिशा में उठाए गए कदमों से यह उम्मीद जताई जा सकती है कि भविष्य में हाजियों को इस यात्रा के दौरान अधिक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिलेगा।

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