इंडोनेशिया: ‘मेरा डीएनए भारतीय है, तभी…’, जब इंडोनेशियाई राष्ट्रपति की इस बात पर खूब हंसे पीएम मोदी

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27 जनवरी।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी भारतीय विरासत को लेकर एक बयान दिया, जो भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर मुस्कान ले आया। जोको विडोडो ने कहा, “मेरा डीएनए भारतीय है, तभी मैं भारत और इंडोनेशिया के बीच संबंधों को इतना महत्व देता हूं।” राष्ट्रपति विडोडो की यह बात सुनकर प्रधानमंत्री मोदी मुस्कुराए और उनके इस मजाकिया बयान पर हंसी रोक नहीं पाए।

भारतीय और इंडोनेशियाई संबंधों की ऐतिहासिक जड़ें

इंडोनेशिया और भारत के बीच सदियों पुराना सांस्कृतिक, धार्मिक और व्यापारिक संबंध है। भारतीय सभ्यता का इंडोनेशिया पर गहरा असर पड़ा है, और यह आज भी दोनों देशों के बीच मजबूत कूटनीतिक और सांस्कृतिक रिश्तों की नींव रखता है। इंडोनेशिया में हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म के प्राचीन آثار और मंदिर इसकी गवाही देते हैं। विशेषकर, प्राचीन महाकाव्य रामायण और महाभारत के भारतीय प्रभावों को इंडोनेशिया के कला, साहित्य और संस्कृति में देखा जा सकता है।

विडोडो का यह बयान इस ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कनेक्शन को ही उजागर करता है। उनका कहना था कि भारतीय संस्कृति और दर्शन उनके जीवन का हिस्सा है, और इसी कारण उन्होंने भारत और इंडोनेशिया के संबंधों को एक नई ऊंचाई देने की हमेशा कोशिश की है। यह बयान भारत-इंडोनेशिया के रिश्तों में गहरी मित्रता और साझेदारी को दर्शाता है।

पीएम मोदी की प्रतिक्रिया

जब जोको विडोडो ने यह बात कही, तो प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मुस्कान छिपाते हुए कहा, “यह बहुत दिलचस्प और प्यारा था।” पीएम मोदी की हंसी और जोको विडोडो के इस बयान ने दोनों देशों के नेताओं के बीच अनौपचारिक और दोस्ताना संबंधों को स्पष्ट किया। यह भी दर्शाता है कि दोनों नेता एक दूसरे के साथ व्यक्तिगत स्तर पर भी अच्छे रिश्तों का आदान-प्रदान करते हैं, जो द्विपक्षीय संबंधों को और भी मजबूत बनाता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर भारत और इंडोनेशिया के बीच व्यापार, सुरक्षा, और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की चर्चा की। उन्होंने यह भी बताया कि दोनों देशों के बीच मिलकर चलने से क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर बहुत सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। पीएम मोदी ने इंडोनेशिया को भारत का एक महत्वपूर्ण साझेदार माना और दोनों देशों के बीच रिश्तों को और भी प्रगाढ़ बनाने की बात की।

दोनों देशों के रिश्तों की मजबूती

भारत और इंडोनेशिया के बीच एक लंबे समय से मजबूत रिश्ते रहे हैं। यह दोनों देशों के साझा इतिहास, सांस्कृतिक प्रभाव, और व्यापारिक साझेदारी का परिणाम है। हाल के वर्षों में, दोनों देशों ने रक्षा, व्यापार, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में भी अपनी साझेदारी को और अधिक मजबूत किया है। इंडोनेशिया, ASEAN (आसियान) का एक अहम सदस्य होने के नाते भारत के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है।

दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय संपर्क और सहयोग में वृद्धि हुई है, खासकर समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष, और आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने के मुद्दों पर। साथ ही, आर्थिक विकास के लिए भी दोनों देश एक दूसरे के साथ काम कर रहे हैं, खासकर व्यापार, ऊर्जा, और डिजिटल कनेक्टिविटी के क्षेत्रों में।

निष्कर्ष

इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो का यह मजाकिया बयान “मेरा डीएनए भारतीय है” न केवल दो देशों के नेताओं के बीच अच्छे संबंधों को दर्शाता है, बल्कि यह भारतीय और इंडोनेशियाई लोगों के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों की गहरी जड़ों को भी उजागर करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हंसी और दोनों नेताओं के बीच इस अनौपचारिक संवाद ने यह साबित कर दिया कि भारत और इंडोनेशिया के बीच न केवल सरकारी स्तर पर, बल्कि व्यक्तिगत संबंधों में भी एक मजबूत और मित्रवत रिश्ता है। इस दोस्ती को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों के नेता निरंतर प्रयासरत हैं, जो भविष्य में और अधिक सहयोग और सफलता की ओर ले जाएगा।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.