अमेरिका में सिर्फ शराब भर नहीं है Bourbon Whiskey, भारत के 50 फीसदी टैक्स घटाने के पीछे ये है कहानी

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,15 फरवरी।
अमेरिका की मशहूर Bourbon Whiskey सिर्फ एक शराब नहीं, बल्कि वहां की संस्कृति, परंपरा और अर्थव्यवस्था का एक अहम हिस्सा है। यह अमेरिकी पहचान का प्रतीक मानी जाती है और इसकी वैश्विक लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। हाल ही में भारत सरकार ने इस पर लगने वाले आयात शुल्क को 50 फीसदी तक कम करने का फैसला लिया है। इस फैसले के पीछे कई आर्थिक और राजनयिक पहलू जुड़े हैं, जिससे भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंधों को मजबूती मिलेगी।

Bourbon Whiskey: सिर्फ एक शराब नहीं, एक परंपरा

Bourbon Whiskey अमेरिका की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित शराबों में से एक है। यह खासतौर पर केंटकी (Kentucky) राज्य में बनाई जाती है और इसे बनाने के सख्त नियम होते हैं। इसे कम से कम 51% मक्का (Corn) से डिस्टिल किया जाता है और चार साल तक नए ओक के पीपे में रखा जाता है। इसकी खासियत इसकी समृद्ध स्वाद और सुगंध होती है, जो इसे अन्य व्हिस्की से अलग बनाती है।

भारत में Bourbon Whiskey पर 50% टैक्स कम क्यों किया गया?

भारत में अब तक अमेरिकी Bourbon Whiskey पर काफी भारी आयात शुल्क था, जिससे इसकी कीमत बहुत अधिक हो जाती थी। अमेरिका लंबे समय से इस बात की मांग कर रहा था कि भारत इसे कम करे, ताकि उनकी व्हिस्की भारतीय बाजार में ज्यादा प्रतिस्पर्धी हो सके।

भारत सरकार ने हाल ही में इस पर 50% तक आयात शुल्क कम करने का फैसला लिया है। इसके पीछे कई बड़े कारण हैं:

  1. भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को मजबूत करना
    अमेरिका और भारत के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत को बदले में अमेरिका से बेहतर व्यापारिक सौदे मिलने की उम्मीद है।

  2. अमेरिकी सरकार का दबाव
    अमेरिका की सरकार लंबे समय से भारत से Bourbon और अन्य अमेरिकी उत्पादों पर कम टैक्स लगाने की मांग कर रही थी।

  3. भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अधिक विकल्प
    भारतीय बाजार में विदेशी व्हिस्की की मांग तेजी से बढ़ रही है। इस फैसले से प्रीमियम शराब की कीमतें कुछ हद तक कम होंगी और उपभोक्ताओं को ज्यादा विकल्प मिलेंगे।

  4. मेक इन इंडिया और लोकल ब्रांड्स को चुनौती
    हालांकि, कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे भारतीय शराब ब्रांडों को कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलेगी। भारतीय कंपनियों के लिए यह एक नई चुनौती हो सकती है, लेकिन इससे उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद मिलेंगे।

क्या भारतीय बाजार में सस्ती होगी Bourbon Whiskey?

भारत में अभी भी आयातित शराब पर अन्य टैक्स जैसे GST और एक्साइज ड्यूटी लागू होते हैं, जिससे कीमतें बहुत ज्यादा घटने की संभावना नहीं है। हालांकि, 50% आयात शुल्क घटने से इसकी कीमत में कुछ कमी जरूर आएगी, जिससे अधिक उपभोक्ता इसे खरीद पाएंगे।

निष्कर्ष

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौतों में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। Bourbon Whiskey सिर्फ एक शराब नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक प्रतीक है, जिसे अमेरिका दुनिया भर में लोकप्रिय बनाना चाहता है। भारत में इस पर टैक्स में कटौती से उपभोक्ताओं को फायदा होगा, लेकिन इससे भारतीय शराब बाजार में नई प्रतिस्पर्धा भी देखने को मिलेगी। अब देखना यह होगा कि यह फैसला भारतीय बाजार को कैसे प्रभावित करता है।

 

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