क्या है BKI, जिसने पंजाब में हालिया ब्लास्ट की ली जिम्मेदारी, और कौन-कौन से अलगाववादी समूह सक्रिय?

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,18 फरवरी।
पंजाब में हाल ही में हुए ब्लास्ट ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को एक बार फिर से चुनौती दी है। इस विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन ‘BKI’ (Babbar Khalsa International) ने ली है, जो एक अलगाववादी समूह के तौर पर पहचाना जाता है। यह घटना पंजाब के संदर्भ में सुरक्षा और शांति को बनाए रखने की कोशिशों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गई है।

BKI (Babbar Khalsa International) का इतिहास और उद्देश्य:

BKI, जो कि ‘बब्बर खालसा इंटरनेशनल’ के नाम से भी जाना जाता है, एक सिख अलगाववादी संगठन है। इस संगठन की स्थापना 1980 के दशक में पंजाब में खालिस्तान आंदोलन को तेज करने के उद्देश्य से की गई थी। संगठन का प्रमुख उद्देश्य एक अलग खालिस्तान राज्य की स्थापना करना है, जिसे सिखों का स्वतंत्र और स्वायत्त राष्ट्र माना जाता है। BKI ने शुरू में पंजाब में आतंकवादी गतिविधियाँ बढ़ाने की कोशिश की थी और भारत सरकार के खिलाफ कई हमले किए थे।

हालांकि, समय के साथ पंजाब में आतंकवाद पर नियंत्रण पाया गया, लेकिन BKI और इसके जैसे अन्य अलगाववादी समूह अब भी सक्रिय हैं और विभिन्न देशों से अपने नेटवर्क को संचालित करते हैं। वर्तमान में BKI के प्रमुख सदस्य विदेशों में रहते हैं और उनकी गतिविधियाँ पाकिस्तान, कनाडा, ब्रिटेन और अन्य देशों में फैली हुई हैं।

अलगाववादी समूहों की सक्रियता:

BKI के अलावा पंजाब में अन्य कई अलगाववादी समूह भी सक्रिय हैं, जो राज्य में हिंसा और अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इनमें से कुछ प्रमुख संगठन निम्नलिखित हैं:

  1. Khalistan Zindabad Force (KZF): यह संगठन खालिस्तान के लिए लड़ाई लड़ने का दावा करता है और भारतीय राज्य के खिलाफ हिंसा करने में शामिल है। इस संगठन ने कई बार पंजाब में हमले किए हैं और इसके सदस्य पाकिस्तान से प्रशिक्षित होकर भारत में घुसपैठ करते हैं।

  2. International Sikh Youth Federation (ISYF): यह संगठन भी खालिस्तान के लिए संघर्ष कर रहा है और पंजाब में हिंसक गतिविधियों में शामिल रहा है। इसके सदस्य अक्सर पाकिस्तान से संचालित होते हैं और वे भारत में आतंकवाद फैलाने की कोशिश करते हैं।

  3. Sikh for Justice (SFJ): यह एक और संगठन है जो खालिस्तान की स्वतंत्रता के लिए प्रचार करता है। SFJ ने विदेशी धरती पर भारतीय सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़े हैं और वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर खालिस्तान के विचारों को फैलाने की कोशिश करते हैं।

हालिया ब्लास्ट और राज्य की सुरक्षा:

पंजाब में हाल ही में हुए ब्लास्ट की जिम्मेदारी BKI ने ली है, जो राज्य में इन अलगाववादी समूहों की बढ़ती सक्रियता का संकेत है। यह घटना सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा अलर्ट है, क्योंकि इसने यह स्पष्ट कर दिया कि आतंकवादी संगठन और अलगाववादी समूह अब भी पंजाब में अपने नेटवर्क को मजबूत करने में लगे हुए हैं।

पंजाब सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ अब इस बढ़ती हिंसा और अस्थिरता से निपटने के लिए कई कदम उठा रही हैं। राज्य पुलिस, केंद्रीय एजेंसियों और भारतीय सेना की संयुक्त कार्यवाहियों से इन अलगाववादी समूहों के नेटवर्क को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा, सोशल मीडिया के जरिए इन समूहों के प्रचार और भर्ती नेटवर्क पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।

निष्कर्ष:

पंजाब में हालिया ब्लास्ट ने यह फिर से साबित कर दिया है कि अलगाववादी समूह अब भी सक्रिय हैं और खालिस्तान की मांग को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। BKI और अन्य ऐसे समूहों की गतिविधियाँ राज्य की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे का कारण बन सकती हैं। हालांकि, भारतीय सुरक्षा एजेंसियाँ और राज्य सरकार इन समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई कर रही हैं, लेकिन इस चुनौती से निपटना आसान नहीं है। पंजाब में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए समाज, सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर काम करना होगा।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.