ज्ञानेश कुमार ने संभाला मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार, मतदाताओं को दिया यह संदेश

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,19 फरवरी।
वरिष्ठ नौकरशाह ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के रूप में कार्यभार संभाल लिया। अपने पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद उन्होंने देश के मतदाताओं से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी की अपील की और निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने का वादा किया।

पहला संदेश – मतदाताओं की भागीदारी ज़रूरी

कार्यभार संभालने के बाद, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक ताकत उसके मतदाताओं पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा:

“स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराना चुनाव आयोग की प्राथमिक जिम्मेदारी है। हम मतदाताओं को जागरूक करने और उनके विश्वास को मजबूत करने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।”

उन्होंने खासतौर पर युवाओं और पहली बार वोट डालने वालों से अपील की कि वे लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अपने मताधिकार का सही इस्तेमाल करें।

चुनाव सुधार और पारदर्शिता पर जोर

ज्ञानेश कुमार ने अपने कार्यकाल में चुनावी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता को और मजबूत करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग नए तकनीकी उपायों को अपनाकर ईवीएम (EVM) और वीवीपैट (VVPAT) की विश्वसनीयता को और मजबूत करेगा।

उन्होंने फर्जी मतदान रोकने, धनबल और बाहुबल के दुरुपयोग को नियंत्रित करने और चुनाव प्रक्रिया को और अधिक डिजिटल और समावेशी बनाने पर भी जोर दिया।

लोकसभा चुनाव 2024 की सफलता को सराहा

ज्ञानेश कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनावों की सफलता का भी जिक्र किया और कहा कि आयोग की टीम ने अत्यधिक मेहनत और समर्पण से दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनाव का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि आगामी चुनावों को भी उसी निष्पक्षता और निष्कलंक प्रणाली के तहत संपन्न कराया जाएगा।

चुनौतीपूर्ण दौर में बड़ी जिम्मेदारी

मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यभार संभालते ही ज्ञानेश कुमार के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं, जिनमें:

  • आगामी विधानसभा चुनावों की निष्पक्षता सुनिश्चित करना
  • चुनावों में बढ़ते सोशल मीडिया प्रभाव और फेक न्यूज से निपटना
  • चुनाव प्रक्रिया में डिजिटल सुधार और साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाना
  • मतदाता सूची को अपडेट रखना और सभी योग्य नागरिकों को वोट डालने के लिए प्रेरित करना

निष्कर्ष

नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल कई अहम चुनावों और लोकतांत्रिक सुधारों के लिहाज से महत्वपूर्ण रहेगा। उन्होंने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया और मतदाताओं को अपने अधिकार का सही इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया। अब यह देखना होगा कि वे चुनावी सुधारों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए क्या बड़े कदम उठाते हैं।

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