समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,24 फरवरी। वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। वहीं, भारत में सक्रिय हजारों ईसाई मिशनरियां चंगाई सभाओं का आयोजन कर हिंदुओं की असाध्य बीमारियों को चमत्कारिक रूप से ठीक करने का दावा कर रही हैं। इस परिस्थिति में एक गंभीर प्रश्न उठता है— यदि ये मिशनरियां वास्तव में किसी भी बीमारी को चंगाई शक्ति से ठीक कर सकती हैं, तो वे अपने सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस को बचाने के लिए वेटिकन क्यों नहीं जातीं?