ट्रम्प की टैरिफ धमकियों का भारतीय शेयर बाजार पर असर नहीं, सेंसेक्स 500 अंकों की छलांग

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,5 मार्च।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ शुल्क को लेकर तीखी टिप्पणियों के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। ट्रम्प ने अपने हालिया भाषण में भारत पर 100% टैरिफ लगाने का आरोप लगाते हुए इसे “अनुचित” करार दिया था। हालांकि, उनके बयानों का भारतीय शेयर बाजार पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा, और सेंसेक्स ने 500 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की।

वैश्विक बाजारों में गिरावट, लेकिन भारत ने दिखाई मजबूती

ट्रम्प के इस बयान के बाद वैश्विक बाजारों में अस्थिरता देखने को मिली। अमेरिकी और एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि निवेशकों को संभावित वैश्विक व्यापार युद्ध (Global Trade War) का डर सताने लगा। इसके विपरीत, भारतीय शेयर बाजार ने मजबूत प्रदर्शन किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि निवेशकों को ट्रम्प की टिप्पणियों की अधिक चिंता नहीं है।

भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेशकों का भरोसा बरकरार

सेंसेक्स की 500 अंकों की उछाल यह दर्शाती है कि निवेशकों को भारत की आर्थिक मजबूती और स्थिरता पर पूरा भरोसा है। विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय बाजार पहले से ही अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक तनावों को नजरअंदाज कर चुका है और भारत की अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत है कि इस तरह की राजनीतिक बयानबाजी से प्रभावित नहीं होगी।

ट्रम्प की रणनीति और भारत की स्थिरता

ट्रम्प का यह बयान उन देशों पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जो अपने आयात पर ऊँचे टैरिफ लगाते हैं। हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका बहुत कम प्रभाव पड़ने की संभावना है, क्योंकि भारत का व्यापार संतुलित है और घरेलू बाजार मजबूत बना हुआ है।

वैश्विक अनिश्चितता के बावजूद भारतीय बाजार ने दिखाई ताकत

जहां एक ओर वैश्विक बाजार व्यापार युद्ध की आशंका से जूझ रहे हैं, वहीं भारतीय शेयर बाजार ने स्थिरता और निवेशकों के विश्वास को प्रदर्शित किया है। यह प्रवृत्ति वैश्विक बाजारों से अलग है, जहां निवेशकों की चिंता लगातार बनी हुई है।

निष्कर्ष

भारतीय शेयर बाजार का यह रुझान यह साबित करता है कि स्थानीय आर्थिक कारक और निवेशकों का भरोसा किसी भी अंतरराष्ट्रीय दबाव से अधिक महत्वपूर्ण हैं। ट्रम्प की धमकियों के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था और बाजार अपनी मजबूती बनाए रखने में सक्षम हैं।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.