शहीद दिवस पर मशाल यात्रा: हर नागरिक को बलिदान याद रखना चाहिए – महापौर भार्गव

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 मार्च।
शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत को नमन करते हुए इंदौर में ऐतिहासिक मशाल यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया। इस राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत यात्रा का नेतृत्व महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने किया, जिन्होंने सभी नागरिकों से इन अमर क्रांतिकारियों के बलिदान को याद रखने और उनकी विरासत से प्रेरणा लेने की अपील की।

21 वर्षों से आयोजित हो रही इस मशाल यात्रा की शुरुआत फूटी कोठी से हुई और इसका समापन महू नाका पर हुआ। पूरे मार्ग में ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के गगनभेदी नारों से वातावरण गूंज उठा।

यात्रा के सम्मान में 100 से अधिक स्वागत मंच बनाए गए थे, जहां से व्यापारी संगठनों और विभिन्न समुदायों ने पुष्पवर्षा कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस आयोजन में सिख समुदाय की विशेष भूमिका रही, जिसने इस राष्ट्रभक्ति से भरे कार्यक्रम को और भी ऊर्जा प्रदान की।

रात्रि के अंधकार में हजारों मशालों की रोशनी ने एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया, जिसने राष्ट्रीय एकता और बलिदान की भावना को प्रकट किया। यात्रा के समापन पर भारत माता की भव्य आरती का आयोजन किया गया, जिसके साथ देशभक्ति से जुड़ी झांकियों ने स्वतंत्रता संग्राम के गौरवशाली पलों को जीवंत कर दिया।

इस अवसर पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा,
“भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का बलिदान सर्वोच्च है। हमें न केवल उनकी कुर्बानियों को याद रखना चाहिए, बल्कि उनकी देशभक्ति और साहस को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाना चाहिए।”

कार्यक्रम में भाजपा संभाग प्रभारी राघवेंद्र गौतम, नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, विधायक रमेश मेंदोला और मालिनी लक्ष्मण गौड़, पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे सहित कई गणमान्य नेता एवं समाजसेवी उपस्थित रहे।

यह मशाल यात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि क्रांतिकारियों की उस अमर ज्योति को जलाए रखने का प्रतीक है, जिसने भारत को स्वतंत्रता दिलाने में अहम भूमिका निभाई। यह कार्यक्रम देश के युवाओं को प्रेरित करने और राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बनकर उभरा है।

शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की शहादत को समर्पित यह मशाल यात्रा आगामी पीढ़ियों को यह संदेश देती है कि देश की आजादी केवल इतिहास का हिस्सा नहीं, बल्कि एक जिंदा प्रेरणा है, जिसे हर भारतीय को आत्मसात करना चाहिए

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