गोरखपुर मंडल से होकर गुजरने वाली लगभग 100 ट्रेनें 22 दिनों तक रद्द: यात्रियों को होगी असुविधा, जानें वजह
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,14 अप्रैल। गोरखपुर, भारत – भारतीय रेलवे ने गोरखपुर मंडल के यात्रियों को बड़ा झटका देते हुए घोषणा की है कि यार्ड रिमॉडलिंग और नॉन इंटरलॉकिंग (एनआई) कार्य के चलते अगले 22 दिनों तक लगभग 100 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि 20 से अधिक ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है। यह कार्य 12 अप्रैल से शुरू होकर मई के पहले सप्ताह तक चलेगा।
गौरतलब है कि डोमिनगढ़ से गोरखपुर तक तीसरी रेलवे लाइन का काम अब पूर्ण हो चुका है। इस नई लाइन की इंटरलॉकिंग और यार्ड रिमॉडलिंग के लिए यह विशेष तकनीकी कार्य किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड ने इस महत्त्वपूर्ण प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है, जिससे भविष्य में रेल संचालन अधिक सुगम और कुशल हो सकेगा।
गोरखपुर से होकर चलने वाली कई प्रमुख ट्रेनें जैसे गोरखपुर-बांद्रा टर्मिनस, डिब्रूगढ़-अमृतसर-गोरखपुर एक्सप्रेस, गोरखपुर-लखनऊ इंटरसिटी, गोरखपुर-कोलकाता एक्सप्रेस, गोरखपुर-देहरादून एक्सप्रेस, एलटीटी-गोरखपुर एक्सप्रेस, गोरखपुर-आनंद विहार हमसफर, और गोरखपुर-भठिंडा गोरखधाम एक्सप्रेस को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया गया है। यह निर्णय 12 अप्रैल से 10 मई के बीच लागू रहेगा, अलग-अलग ट्रेनों के लिए अलग-अलग तिथियों के अनुसार।
कुछ ट्रेनों को रद्द करने के अलावा, कई ट्रेनों के रूट को डायवर्ट भी किया गया है। इनमें हावड़ा-काठगोदाम बाघ एक्सप्रेस, वैशाली एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, और शहीद एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें शामिल हैं। वहीं, कुछ ट्रेनें बीच के स्टेशनों से शॉर्ट टर्मिनेट की जाएंगी या वहीं से चलाई जाएंगी, जैसे हैदराबाद-गोरखपुर, एलटीटी-गोरखपुर, और बांद्रा टर्मिनस-गोरखपुर ट्रेनें।
जिन ट्रेनों पर असर पड़ा है, वे मुख्यतः महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, गुजरात और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों को जोड़ती हैं। इससे इन राज्यों के यात्रियों को विशेषकर गर्मियों के इस व्यस्त यात्रा सीजन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, 12 अप्रैल से 26 अप्रैल तक प्री नॉन इंटरलॉकिंग (प्री एनआई) कार्य चलेगा, जिसके बाद 27 अप्रैल से 3 मई तक मुख्य एनआई कार्य किया जाएगा। इस दौरान गोरखधाम और वैशाली एक्सप्रेस जैसी गिनी-चुनी ट्रेनों को छोड़कर अधिकांश सेवाएं प्रभावित रहेंगी।
रेलवे का कहना है कि यह कार्य पूरा होने के बाद गोरखपुर से गुजरने वाली ट्रेनों को बेवजह डोमिनगढ़ या गोरखपुर कैंट जैसे स्टेशनों पर रुकना नहीं पड़ेगा। थर्ड लाइन और दोहरीकरण का कार्य पूर्ण होने पर विशेषकर एक्सप्रेस ट्रेनों को काफी राहत मिलेगी और पूरे नेटवर्क की दक्षता में सुधार होगा।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले अपनी ट्रेनों की स्थिति जांच लें और रद्द या डायवर्ट की गई ट्रेनों के लिए विकल्प तलाशें। यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए रेलवे द्वारा समय-समय पर अपडेट्स भी जारी किए जाएंगे।
गोरखपुर मंडल के इस यार्ड रिमॉडलिंग और इंटरलॉकिंग कार्य से भले ही यात्रियों को कुछ समय के लिए दिक्कत झेलनी पड़े, लेकिन यह कार्य रेलवे के दीर्घकालिक ढांचे और सेवाओं में सुधार के लिए अत्यंत आवश्यक है। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे रेल प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और यात्रा से पूर्व अपनी योजना की पुष्टि अवश्य करें।