भारत और इटली के रिश्तों में नया आयाम: इटली के उप-प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति मुर्मू से की भेंट
नई दिल्ली, 12 अप्रैल – भारत और इटली के बीच रणनीतिक सहयोग को और गहरा करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कूटनीतिक पहल के तहत इटली के उप-प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री एंतोनियो ताजानी (Antonio Tajani) ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार भेंट की।
राष्ट्रपति मुर्मू ने उप-प्रधानमंत्री ताजानी और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए भारत-इटली के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि दोनों देश प्राचीन सभ्यताओं के वाहक हैं, जिन्होंने विश्व को दर्शन, साहित्य और कला के क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान दिया है। व्यापार, जनसंपर्क और विचारों के आदान-प्रदान के माध्यम से दोनों देशों के बीच संबंध सदियों पुराने हैं।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर यह भी कहा कि वर्तमान युग में भारत और इटली उभरती हुई तकनीकों, नवाचार और रक्षा के क्षेत्र में घनिष्ठ सहयोग कर रहे हैं। साथ ही, दोनों देश G-20 जैसे बहुपक्षीय मंचों पर भी मिलकर काम कर रहे हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने दोहराया कि भारत की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और ‘विकसित भारत 2047’ की योजना इटली के साथ औद्योगिक साझेदारी के लिए असीम संभावनाएं प्रस्तुत करती है। उन्होंने इटली की कंपनियों और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (PSUs) को भारत में विशेष रूप से निर्माण और सह-उत्पादन के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ाने का आमंत्रण दिया। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि इटली की हरित प्रौद्योगिकी (Green Technology) कंपनियां भारतीय उद्योग जगत के साथ सहयोग की संभावनाएं तलाशें।
राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि नवंबर 2024 में रियो में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के बीच हुई बैठक में घोषित ‘संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना (Joint Strategic Action Plan)’ अगले पांच वर्षों के लिए एक रूपरेखा प्रदान करती है, जो भारत और इटली के बीच सहयोग को गति देगा।
राष्ट्रपति मुर्मू ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि इटली के विश्वविद्यालय और अनुसंधान संस्थान भारतीय साझेदारों के साथ सहयोग की संभावनाएं तलाश रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति (NEP) के तहत विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में अपने कैंपस खोलने की अनुमति दी गई है, और इस दिशा में इटली के विश्वविद्यालयों का स्वागत है।
भेंट के दौरान दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि आने वाले समय में भारत और इटली के बीच रणनीतिक साझेदारी (Strategic Partnership) नई ऊंचाइयों को छुएगी। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकती है।
भारत और इटली के बीच यह उच्चस्तरीय संवाद दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों को मजबूती देने में सहायक होगा, जिससे व्यापार, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे। राष्ट्रपति भवन में हुई यह भेंट न केवल वर्तमान सहयोग को दर्शाती है, बल्कि भविष्य की साझेदारी का खाका भी तैयार करती है।