अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वापसी की अटकलों के बीच फिर से एक व्यापारिक संकट मंडराने लगा है। ट्रंप प्रशासन द्वारा प्रस्तावित टैरिफ (आयात शुल्क) यदि लागू होता है, तो भारत की कई बड़ी कंपनियों पर इसका व्यापक असर पड़ सकता है। यह असर खासकर उन कंपनियों पर अधिक होगा जिनकी कमाई का बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है। इस लेख में हम उन भारतीय कंपनियों की सूची और उनकी अमेरिकी बाजार पर निर्भरता का विश्लेषण करेंगे, जो इस टैरिफ संकट की चपेट में आ सकती हैं।
1. फार्मा सेक्टर
फार्मास्यूटिकल उद्योग अमेरिका में सबसे अधिक दवा निर्यात करता है। इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां हैं:
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Natco Pharma – ~70% अमेरिकी राजस्व
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Aurobindo Pharma – ~50%
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Dr. Reddy’s – ~40–45%
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Lupin – ~40%
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Cadila Healthcare (Zydus) – ~40%
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Cipla – ~30%
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Sun Pharma – ~35%
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Torrent Pharma – ~25–30%
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Biocon – ~30%
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Glenmark – ~35%
टैरिफ लागू होने पर इनकी अमेरिकी बिक्री पर बड़ा असर हो सकता है।
2. केमिकल इंडस्ट्री
भारत की केमिकल कंपनियां भी अमेरिका में अच्छा खासा व्यापार करती हैं:
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Vinati Organics – ~30% अमेरिकी निर्यात
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Aarti Industries – ~25%
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UPL – ~20–25%
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SRF – ~20%
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Navin Fluorine – ~25%
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PI Industries – ~20%
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Atul Ltd. – ~20–25%
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Deepak Nitrite – ~20%
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Alkyl Amines – ~20%
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Gujarat Fluorochemicals – ~25%
केमिकल कंपनियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में नुकसान हो सकता है।
3. टेक्सटाइल एवं गारमेंट्स
भारतीय वस्त्र उद्योग अमेरिका में भारी मात्रा में निर्यात करता है। कुछ कंपनियां हैं:
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Indo Count – ~70% अमेरिकी राजस्व
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Welspun India – ~60% अमेरिकी निर्यात
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Trident – ~40%
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Himatsingka – ~50%
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KPR Mill – ~30%
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Arvind Ltd. – ~25%
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Alok Industries – ~25%
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Vardhman – ~20–25%
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Page Industries – ~20%
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Raymond – ~20%
गारमेंट्स कंपनियों की अमेरिकी बाजार पर उच्च निर्भरता चिंता का विषय है।
4. ऑटो पार्ट्स निर्माता कंपनियां
भारतीय ऑटो कंपोनेंट्स उद्योग भी प्रभावित हो सकता है:
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Sona BLW – ~40–45% अमेरिकी बिक्री
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Bharat Forge – ~25%
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Endurance Tech – ~25%
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Jamna Auto – ~20%
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Samvardhana Motherson – ~20%
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Minda Industries – ~20%
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Sujata Engineering, BKT, Sansera – ~20–30%
अमेरिका में गाड़ियों की डिमांड में कमी और टैरिफ की वजह से इन कंपनियों को झटका लग सकता है।
5. कृषि उत्पाद और प्रोसेस्ड फूड
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ITC (अग्री डिवीजन) – ~20%
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LT Foods (Daawat) – ~25%
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KRBL (India Gate) – ~20%
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Godrej Agrovet – ~20%
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Balrampur Chini – ~20%
खाद्य निर्यात पर प्रभाव पड़ने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है।
भारतीय कंपनियों में जिनकी अमेरिका में 10–15% तक की निर्भरता है, उनके लिए जोखिम सीमित है। लेकिन जिन कंपनियों की 40% से अधिक अमेरिकी हिस्सेदारी है, उन्हें बड़े पैमाने पर झटका लग सकता है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के पास 3 अप्रैल से पहले अस्थायी समझौता करने का अवसर है, जिससे इस संकट को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। परंतु दीर्घकालीन समाधान के लिए भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में संतुलन बनाना ज़रूरी है।