मधुबनी में गरजे पीएम मोदी: “पहलगाम के दोषियों को मिट्टी में मिला देंगे, आतंकियों को धरती के अंतिम छोर तक खदेड़ेंगे”
मधुबनी, बिहार — चुनावी माहौल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मधुबनी की धरती से आतंक के खिलाफ जंग का ऐलान करते हुए बेहद तीखे और जोशीले शब्दों में चेतावनी दी। हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “पहलगाम में हमारे जवानों पर जो कायराना हमला हुआ है, उसका बदला लिया जाएगा। दोषियों को मिट्टी में मिला देंगे, और आतंक के आकाओं को धरती के अंतिम छोर तक खदेड़ेंगे।”
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान उस वक्त आया है जब पूरे देश में पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर रोष है। इस हमले में कई सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए, और देशवासियों की आंखों में आक्रोश की ज्वाला जल उठी है।
प्रधानमंत्री ने कहा,
“ये नया भारत है, आतंकियों की भाषा अब गोली और गाज से समझाई जाएगी। आतंक फैलाने वालों को अब ना कश्मीर में पनाह मिलेगी, ना कन्याकुमारी में। ये हमारी सरकार की नीति है — आतंक को जड़ से खत्म करना।”
अपने भाषण में पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग वोटबैंक की राजनीति के लिए आतंकियों को ‘भटके हुए नौजवान’ कहते हैं। उन्होंने सवाल उठाया,
“क्या देश के जवानों की शहादत को यूं ही जाने देंगे? क्या आप चुप रहेंगे? नहीं! अब देश चुप नहीं बैठेगा।”
पीएम मोदी की एक-एक बात पर भीड़ से “भारत माता की जय” और “मोदी-मोदी” के नारे गूंज उठे। युवाओं और महिलाओं की बड़ी संख्या इस रैली में दिखी, जो देश की सुरक्षा और प्रधानमंत्री की नीति को लेकर समर्थन जता रही थी।
प्रधानमंत्री के इस भाषण से साफ है कि आने वाले चुनावों में राष्ट्रवाद एक बार फिर प्रमुख मुद्दा बनने जा रहा है। उनके शब्दों में आक्रोश भी था, चेतावनी भी और एक दृढ़ संकल्प भी — “भारत के दुश्मनों को बख्शा नहीं जाएगा।”
मधुबनी की यह रैली, जहां से गूंजे प्रधानमंत्री के शब्द, अब देशभर में चर्चा का विषय बन चुके हैं। क्या यह भाषण एक नया मोड़ लाएगा देश की सुरक्षा नीति में? क्या इसका असर चुनावी समीकरणों पर पड़ेगा? वक्त जवाब देगा, लेकिन एक बात तय है — पीएम मोदी ने मधुबनी से फिर एक बार राष्ट्र के लिए गरजने का काम किया है।