आपूर्ति श्रृंखला की बाधा, ऋण संकट, तथा ऊर्जा, खाद्य और उर्वरक सुरक्षा विश्‍व के सामने प्रमुख चुनौतियां कहा- विदेश मंत्री एस. जयशंकर

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12जून।विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि आपूर्ति श्रृंखला की बाधा, ऋण संकट तथा ऊर्जा, खाद्य और उर्वरक सुरक्षा पर दबावों के कारण वैश्विक स्तर पर आर्थिक बहाली की संभावना धूमिल बनी हुई है। उन्‍होंने इन चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुट वैश्विक प्रयासों का आह्वान किया। वाराणसी में जी-20 देशों के विकास मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए  जयशंकर ने कहा कि भारत ने टिकाऊ विकास लक्ष्‍यों की दिशा में प्रगति तेज करने के लिए सात वर्ष की महत्‍वकांक्षी कार्य योजना बनाई है। यह जी-20 देशों की एकीकृत और समावेशी कार्रवाई की रूपरेखा प्रस्‍तुत करती है।

यह कार्ययोजना डिजिटल बुनियादी ढांचा और विकास, विशेषकर महिला नीत विकास में निवेश और पृथ्वी को सरंक्षित रखने के लिए ऊर्जा विकल्पों में बदलाव पर ध्‍यान केन्द्रित करती है।  श्री जयशंकर ने कहा कि जी-20 देशों के विकास मंत्रियों की बैठक इन विकास मुद्दों पर एकजुटता दिखाने का अवसर है।

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