नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) में अब 95 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने के दिन लद जाएंगे। सीबीएसई 2019-20 से दसवीं और बारहवीं क्लास के प्रश्नपत्र में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। 2020 से दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में एनालिटिकल सवाल पूछे जाएंगे। साथ ही वोकेशनल विषयों की परीक्षा पहले होगी। इन परीक्षाओं के नतीजे भी जल्दी घोषित करने की तैयारी पर विचार किया जा रहा है। सीबीएसइ ने नए बदलावों से जुड़ी गाइडलाइन्स मंत्रालय को सौंप दी हैं।
खबरों के मुताबिक, सीबीएसई के अधिकारियों ने बताया कि नई परीक्षा का स्वरुप छात्रों की विश्लेषणात्मक क्षमता को टेस्ट करेगा। इससे विषयों को रटने की प्रक्रिया पर भी रोक लग सकेगी। इस बदलाव का मकसद छात्रों की लर्निंग प्रक्रिया और उनकी सोचने की क्षमता का आकलन किया जा सके, ताकि उनका मानसिक विकास सही स्तर पर हो। कोशिश रहेगी कि छात्रों को रटकर ज़्यादा नंबर लाने की प्रक्रिया पर पाबंदी लगे।
बताया जा रहा है कि सीबीएसइ ने नई गाइडलाइन्स मंत्रालय को सौंप दी हैं। इसमें मुताबिक, स्कूलों के अफिलिएशन और नवीनीकरण के दौरान फोकस संस्थानों की अकैडमिक गुणवत्ता पर होगा। स्कूलों में बुनियादी ढांचे के निरीक्षण के लिए, बोर्ड मान्यता प्राप्त अधिकारियों की रिपोर्ट पर निर्भर रहेगा। सूत्रों ने कहा कि इस प्रस्ताव में अभी तीन-चार महीने का और वक्त लग जाएगा, लेकिन बोर्ड ने अगले सत्र (2019-20) के लिए 10वीं और 12वीं क्लास के प्रश्नपत्र पैटर्न में बदलाव करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।