भारतीय खाद्य निगम को किसानों और लोगों के विश्वसनीय भागीदार के रूप में सामने आना चाहिए: पियूष गोयल

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,14 जनवरी। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, कपड़ा और वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज यहां एफसीआई के 60वें स्‍थापना दिवस के अवसर पर संबोधन देते हुए कहा कि भारतीय खाद्य निगम को किसानों और देश के लोगों के एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में सामने आना चाहिए।

पियूष गोयल ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) देश के हर कोने में लाभार्थियों को राशन प्रदान करके प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) जैसी प्रमुख योजनाओं को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यद्यपि, उन्होंने इस बात पर बल दिया कि एफसीआई की भूमिका सिर्फ राशन का वितरण नहीं है, तथापि पारदर्शिता, दक्षता और उत्‍तरदायित्‍व के साथ किसानों और लाभार्थियों में विश्वास का सृजन करना भी है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का वचन दिया है। विकसित भारत के इस वचन को सफल बनाने के लिए, उन्होंने युवाओं और एफसीआई के कर्मचारियों से पारदर्शिता लाने और सचेतक बनने का आह्वान किया।

प्राथमिकता के दूसरे क्षेत्र के बारे में बात करते हुए, पियूष गोयल ने कहा कि एफसीआई को डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिकी को अपनाकर गुणवत्ता लाने की आवश्‍यकता है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण, खरीद, परिवहन, वितरण और भंडारण जैसे क्षेत्रों में गुणवत्ता प्राप्‍त की जा सकती है। उन्होंने मार्ग अनुकूलन, मशीनीकृत लोडिंग/अनलोडिंग, नवीन भंडारण समाधान और अन्य के माध्यम से परिचालन लागत को न्‍यूनतम करने का भी सुझाव दिया।

उन्होंने कहा कि एफसीआई की खुली बाजार बिक्री योजना (घरेलू) परिचालन भी उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए गेहूं और चावल जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को न्‍यूनतम करने में एक प्रभावी उपकरण सिद्ध हुआ है। पियूष गोयल ने कहा कि भारत आटा, भारत दाल, प्याज और टमाटर की कीमतों के संबंध में हस्तक्षेप ने भारत सरकार को मूल्य स्थिरीकरण में सहयोग किया है।

पियूष गोयल ने कहा कि एफसीआई ने किसानों की उपज का उचित मूल्य प्रदान किया है और यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी किसान संकट काल में अपनी उपज न बेचे। उन्होंने कहा कि निगम को सामूहिक रूप से किसानों के साथ संवाद को बल प्रदान करने की दिशा में कार्यरत रहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि एफसीआई अब आधुनिक युग के संचालन में प्रवेश कर चुका है, डिजिटलीकरण को अपना रहा है, खरीद प्रक्रिया को सुव्यवस्थित कर रहा है, अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं और उपकरणों की स्थापना कर रहा है, खाद्यान्न खरीद को सुव्यवस्थित कर रहा है, बेहतर भंडारण के लिए स्टील साइलो का निर्माण कर रहा है, सीसीटीवी कैमरे लगा रहा है। इससे बेहतर निगरानी होगी, बुनियादी ढांचे में सुधार होगा।

इस आयोजित कार्यक्रम के दौरान उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव संजीव चोपड़ा, एफसीआई के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएंडएमडी) अशोक केके मीना और अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

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