नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के एक ट्वीट ने केंद्र सरकार की चिंता को बढ़ा दिया है। उन्होंने हाल ही में ऐसा ट्वीट किया जिसकी वजह से भारत का पुराना साथी मालदीव नाराज हो गया है। जिसके बाद मालदीव के विदेश सचिव अहमद सरीर ने भारतीय उच्चायुक्त अखिलेश मिश्रा को रविवार को समन भेजा था। उन्होंने स्वामी के ट्वीट पर नाराजगी जाहिर की थी।
दरअसल 24 अगस्त को सुब्रमण्यण स्वामी ने ट्वीट कर कहा था, ‘यदि मालदीव में चुनाव के दौरान गड़बड़ी होती है तो भारत को उसपर हमला कर देना चाहिए।’ उनके इस बयान पर भारत सरकार ने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से साफ इंकार करते हुए कहा था कि यह उनके निजी विचार हैं। वह किसी को कुछ कहने से नहीं रोक सकते हैं।
स्वामी के इस ट्वीट से गुस्साए मालदीव के विदेश मंत्रालय ने देश में स्थित भारत के उच्चायुक्त अखिलेश मिश्रा को समन जारी किया है। मालदीव में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं। हालांकि रविवार को मालदीव ने भारत के उच्चायुक्त को तलब कर नाराजगी जाहिर की।
अब अपने इस ट्वीट पर स्वामी ने सफाई दी है। स्वामी ने कहा, ‘भारतीय नागरिकों को मालदीव में प्रताड़ित नहीं किया जा सकता है। यह मेरे अपने विचार थे कि भारत कि अपने नागरिकों को बचाने की जिम्मेदारी बनती है, जिसके लिए हमला करना जरूरी है। मैं सरकार का प्रतिनिधित्व नहीं करता हूं।’