नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) की शुरुआत की। देशभर में इसकी 650 शाखाओं और 3 हजार 250 सेवा केंद्रों में बैंकिंग सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी। सिर्फ आधार कार्ड से पोस्ट पेमेंट बैंक में खाता खुल जाएगा। बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में आईपीपीबी के लिए प्रौद्योगिकी एवं मानव संसाधन विकास के मद में 635 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। पहले इसके लिए 800 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे। राशि अब बढ़कर 1,435 करोड़ रुपए हो गई है।
संचार मंत्री मनोज सिन्हा के मुताबिक, इस साल 31 दिसंबर तक देश के सभी एक लाख 55 हजार डाकघरों को सेवा केंद्रों के रूप में आईपीपीबी से जोड़ दिया जाएगा। इस काम को पूरा करने की समय अवधि घटाने की वजह से 635 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि की जरूरत पड़ी है। इसमें 400 करोड़ रुपए प्रौद्योगिकी विकास के लिए और 235 करोड़ रुपए मानव संसाधन विकास के लिए दिए जाएंगे।
बैंकों का विकल्प बनेंगे डाकघर
संचार मंत्री के मुताबिक, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक देश में सबसे ज्यादा पहुंच वाला, किफायती और भरोसेमंद बैंक होगा। देश में 1 लाख 55 हजार डाकघर हैं। इनमें से 1 लाख 30 हजार ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। गांवों में अब तक बैंकों की शाखाएं महज 49 हजार हैं।
क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी
आईपीपीबी में बचत खाता, चालू खाता, रेमिटेंस, मनी ट्रांसफर, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण, बिल भुगतान और व्यापारियों को भुगतान की सुविधा होगी। बैंक पूरी तरह डिजिटल होगा और ग्राहक माइक्रो एटीएम, आईवीआर, मोबाइल बैंकिंग, नेट बैंकिंग, एसएमएस और काउंटर पर लेन-देन कर सकेंगे।