डॉ. वीरेंद्र कुमार ने नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के तहत नशीली दवाओं के उपयोग के खिलाफ दिलाई देशव्यापी ‘सामूहिक शपथ’

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13अगस्त। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने सोमवार को नई दिल्ली में मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड में नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के तहत नशीली दवाओं के उपयोग के खिलाफ देशव्यापी ‘सामूहिक शपथ’ दिलाई।

नई दिल्ली में स्थित मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड में सोमवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) के तहत नशीली दवाओं के उपयोग के खिलाफ देशव्यापी ‘सामूहिक शपथ’ का आयोजन किया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रामदास अठावले और श्री बी.एल. वर्मा (वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से) भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम की विशेषताएँ:
इस कार्यक्रम में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ मॉडर्न स्कूल के लगभग 2700 छात्र और शिक्षक शारीरिक रूप से उपस्थित थे। देश भर के लगभग 10,000 स्थानों से स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, राज्य/जिला प्रशासन जैसे विभिन्न हितधारक वर्चुअल रूप से जुड़े। कुल मिलाकर, 1 करोड़ से अधिक लोगों ने शपथ ली और इस अवसर को एक उत्सव के रूप में मनाने के लिए आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया।

एनएमबीए का उद्देश्य:
नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) का उद्देश्य उच्च शिक्षण संस्थानों, विश्वविद्यालय परिसरों और स्कूलों पर ध्यान केंद्रित करते हुए आम जनता में मादक द्रव्यों के सेवन के दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता फैलाना है। यह अभियान नशे के आदी लोगों तक पहुंचने, उनकी पहचान करने और उपचार सुविधाओं के साथ ही काउंसलिंग पर ध्यान केंद्रित करने का काम करता है।

सामाजिक न्याय मंत्री का संबोधन:
डॉ. वीरेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में बताया कि 15 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से नशा मुक्त भारत का आह्वान किया था। उनके आह्वान पर सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने देश के 272 जिलों की पहचान की, जो नशीली दवाओं के दुरुपयोग से सबसे अधिक प्रभावित थे, और नशा मुक्त भारत अभियान (एनएमबीए) की शुरुआत की। केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि अगस्त 2023 से भारत के सभी जिलों को इस अभियान में शामिल किया गया है।

डॉ. कुमार ने कहा कि यह शपथ समारोह नशा मुक्त भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इसका उद्देश्य नशे के दुष्परिणामों के खिलाफ जागरूकता फैलाना और समाज को इससे मुक्त करना है। उन्होंने सभी नागरिकों से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की और नशा मुक्त भारत की दिशा में एकजुट होकर काम करने की प्रेरणा दी।

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