जगदंबिका पाल बने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संसद की संयुक्त समिति के अध्यक्ष: संशोधन विधेयक की जांच पर जोर
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19अगस्त। वरिष्ठ भाजपा सांसद जगदंबिका पाल को संसद की संयुक्त समिति (JPC) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जो वक्फ (संशोधन) विधेयक की जांच करेगी। इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के तहत, पाल का मुख्य कार्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और इससे जुड़े मुद्दों पर विधेयक का विस्तृत अध्ययन और जांच करना होगा। आजतक के साथ हुई एक विशेष बातचीत में उन्होंने इस जिम्मेदारी को लेकर अपने विचार साझा किए और विधेयक के महत्व पर प्रकाश डाला।
वक्फ (संशोधन) विधेयक का उद्देश्य
वक्फ (संशोधन) विधेयक का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व लाना है। वक्फ बोर्डों पर नियंत्रण और इन संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए इसे संसद में पेश किया गया है। यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन, सही उपयोग, और उनके संरक्षण के लिए नए नियम और दिशा-निर्देश स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
जगदंबिका पाल का दृष्टिकोण
जगदंबिका पाल ने स्पष्ट किया कि यह विधेयक किसी भी तरह से “बैक बर्नर” पर नहीं जाएगा, अर्थात इसे स्थगित या अनदेखा नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि इस विधेयक का पूरा अध्ययन और उचित जांच की जाएगी ताकि सभी पक्षों की चिंताओं का समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि समिति का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के सही प्रबंधन और इसके साथ जुड़े सभी मुद्दों को हल करना है, जिससे देश में धार्मिक और सामाजिक संतुलन बनाए रखा जा सके।
JPC की भूमिका और आगे की प्रक्रिया
संयुक्त समिति (JPC) का मुख्य कार्य विधेयक के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करना, विशेषज्ञों और संबंधित पक्षों से विचार-विमर्श करना और एक व्यापक रिपोर्ट तैयार करना है। इस प्रक्रिया में, समिति विभिन्न वक्फ बोर्डों, कानूनी विशेषज्ञों, और अन्य संबंधित संस्थाओं से सुझाव लेगी। इसके बाद, समिति अपनी रिपोर्ट संसद को सौंपेगी, जिस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन पर चिंता
वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को लेकर देश भर में कई विवाद और मुद्दे उठते रहे हैं। इन संपत्तियों का सही उपयोग सुनिश्चित करना और इसके साथ जुड़े भ्रष्टाचार को रोकना एक बड़ी चुनौती है। इस संदर्भ में, वक्फ (संशोधन) विधेयक को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो वक्फ संपत्तियों के प्रभावी और पारदर्शी प्रबंधन में मदद करेगा।
निष्कर्ष
जगदंबिका पाल की नियुक्ति और उनकी प्रतिबद्धता इस बात का संकेत है कि वक्फ (संशोधन) विधेयक को गंभीरता से लिया जा रहा है। संयुक्त समिति के नेतृत्व में, इस विधेयक की पूरी जांच की जाएगी, जिससे वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में सुधार हो सके और इससे जुड़े सभी विवादों का समाधान निकल सके। इस विधेयक की पारदर्शी और विस्तृत जांच से देश में सामाजिक और धार्मिक संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी।