OTP फ्रॉड से बचाव: CERT-in द्वारा जारी महत्वपूर्ण सेफ्टी टिप्स

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,17 सितम्बर। आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन बैंकिंग, शॉपिंग, और अन्य लेन-देन में वन टाइम पासवर्ड (OTP) का इस्तेमाल आम हो गया है। हालांकि, OTP फ्रॉड एक गंभीर खतरा बन चुका है, जिससे लोगों के बैंक खातों और अन्य निजी जानकारियों पर हमला हो सकता है। भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-in (Indian Computer Emergency Response Team) ने हाल ही में लोगों को OTP फ्रॉड के प्रति सावधान किया है और इससे बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सेफ्टी टिप्स साझा किए हैं।

OTP फ्रॉड क्या है?

OTP फ्रॉड एक प्रकार का साइबर अपराध है, जिसमें धोखेबाज यूजर से OTP प्राप्त कर उसके बैंक खाते या अन्य संवेदनशील जानकारी तक पहुंच प्राप्त करते हैं। OTP वह कोड होता है, जो किसी भी डिजिटल लेन-देन को सत्यापित करने के लिए भेजा जाता है। जब कोई यूजर OTP साझा करता है, तो साइबर अपराधी इसका दुरुपयोग कर खाते से पैसा निकाल सकते हैं या महत्वपूर्ण जानकारी चुरा सकते हैं।

CERT-in द्वारा जारी सुरक्षा टिप्स

  1. OTP किसी के साथ साझा न करें: CERT-in ने स्पष्ट किया है कि OTP को किसी भी परिस्थिति में किसी के साथ साझा न करें, चाहे वह व्यक्ति बैंक, कंपनी, या अन्य सेवा प्रदाता के नाम पर कॉल कर रहा हो। बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान OTP कभी भी फोन या मैसेज के जरिए नहीं मांगते हैं।
  2. संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: धोखेबाज अक्सर ईमेल, मैसेज या सोशल मीडिया पर लिंक भेजकर यूजर को फंसाने की कोशिश करते हैं। इन लिंक पर क्लिक करने से आपका OTP और अन्य जानकारी चोरी हो सकती है। हमेशा विश्वसनीय वेबसाइट या एप्लिकेशन के जरिए ही लेन-देन करें।
  3. फिशिंग कॉल से सावधान रहें: CERT-in ने फिशिंग कॉल्स से भी सतर्क रहने की सलाह दी है, जिनमें अपराधी बैंक अधिकारी या ग्राहक सेवा प्रतिनिधि बनकर OTP मांगते हैं। ऐसे कॉल्स को तुरंत काटें और संदिग्ध गतिविधि की जानकारी अपने बैंक को दें।
  4. दो-स्तरीय सत्यापन (Two-Factor Authentication) का उपयोग करें: यदि आप ऑनलाइन बैंकिंग या डिजिटल लेन-देन करते हैं, तो दो-स्तरीय सत्यापन (2FA) का उपयोग करें। इससे आपके खाते की सुरक्षा बढ़ जाती है, क्योंकि केवल OTP के आधार पर धोखेबाज खाते तक पहुंच नहीं बना सकते हैं।
  5. संदिग्ध ट्रांजैक्शन पर नजर रखें: अपने बैंक खाते या क्रेडिट कार्ड से जुड़े सभी ट्रांजैक्शन को नियमित रूप से जांचें। यदि कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आए, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें और ट्रांजैक्शन को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू करें।
  6. एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर अपडेट रखें: अपने डिवाइस को साइबर हमलों से बचाने के लिए हमेशा एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें। यह आपको संभावित मैलवेयर और फिशिंग हमलों से सुरक्षित रखेगा।
  7. सुरक्षित नेटवर्क का उपयोग करें: जब भी आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं, तो केवल सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग करें। सार्वजनिक Wi-Fi नेटवर्क का उपयोग करने से बचें, क्योंकि ये अक्सर असुरक्षित होते हैं और साइबर अपराधी आपकी जानकारी चुरा सकते हैं।

OTP फ्रॉड से बचने के लिए ध्यान देने योग्य बातें

  1. कभी भी अपना मोबाइल नंबर या ईमेल सार्वजनिक न करें
  2. अगर कोई अज्ञात व्यक्ति OTP मांगता है, तो तुरंत कॉल काटें
  3. ऑनलाइन लेन-देन के दौरान ब्राउज़र का URL अवश्य जांचें और सुनिश्चित करें कि वह सुरक्षित हो (https://)

निष्कर्ष

CERT-in द्वारा जारी किए गए यह सुझाव हर डिजिटल उपयोगकर्ता के लिए महत्वपूर्ण हैं। OTP फ्रॉड से बचाव के लिए सतर्कता और सुरक्षा उपायों का पालन करना जरूरी है। आधुनिक तकनीक ने जहां जीवन को सरल बनाया है, वहीं इसके साथ आने वाले खतरों को पहचानना और उनसे बचने के उपाय करना आवश्यक हो गया है। सुरक्षित डिजिटल व्यवहार अपनाकर आप साइबर अपराधियों से अपने व्यक्तिगत और वित्तीय डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं।

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