समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,18 सितम्बर। पश्चिम बंगाल, जो कभी देश की आर्थिक ताकतों में अग्रणी भूमिका निभाता था, अब आर्थिक पिछड़ापन झेल रहा है। 1960-61 में, पश्चिम बंगाल की भारत की कुल जीडीपी में 10.5% की हिस्सेदारी थी, जो उस समय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। यह राज्य न केवल औद्योगिक गतिविधियों में अग्रणी था बल्कि देश के वाणिज्यिक और व्यापारिक केंद्र के रूप में भी विख्यात था। परंतु, समय के साथ, कई कारकों के चलते राज्य की जीडीपी में हिस्सेदारी लगातार घटती गई और आज यह घटकर केवल 5.6% रह गई है।