समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,18 सितम्बर। लेबनान में हाल ही में हुए पेजर ब्लास्ट में 11 लोगों की मौत हो गई और 4000 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। इस विस्फोट के पीछे एक नई तकनीक का प्रयोग हुआ है, जिसमें पेजर्स को हैक कर उनमें चिप बम लगाए गए थे। इन पेजर्स का इस्तेमाल मुख्य रूप से हिज़बुल्लाह के सदस्य करते थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इन पेजर्स में PETN नामक विस्फोटक डाला गया था, जिसे दूर से एक साइबर हमले द्वारा सक्रिय किया गया। पेजर्स की बैटरियों में बदलाव कर इन्हें विस्फोटक में बदल दिया गया। यह माना जा रहा है कि इस ऑपरेशन में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की भूमिका हो सकती है, जिसने इन उपकरणों को हैक कर हमले को अंजाम दिया। विस्फोटों का उद्देश्य हिज़बुल्लाह को निशाना बनाना हो सकता है, क्योंकि यह समूह इजरायल का प्रमुख विरोधी है।
इस घटना ने साइबर और फिजिकल वॉरफेयर के बीच खतरनाक संबंधों को उजागर किया है, जहां तकनीक का उपयोग मानव जीवन को सीधे प्रभावित करने के लिए किया जा सकता है