7 अक्टूबर के हमले की बरसी पर इजरायल में शोक और युद्ध की स्थिति: लेबनान में इजरायली सेना की बड़ी कार्रवाई

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,8 अक्टूबर। 7 अक्टूबर 2024 को इजरायल के लिए एक ऐतिहासिक और भावनात्मक दिन था। जहां एक तरफ देश 7 अक्टूबर 2023 के भीषण हमले की बरसी पर शोक सभाओं में लिप्त था, वहीं दूसरी ओर उसकी सेना कई मोर्चों पर एक बड़े युद्ध में उलझी हुई थी। इजरायल की सेना ने इस दिन लेबनान में अपनी सैन्य कार्रवाई तेज कर दी, जहां उसने हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हमले किए। इसके अलावा, इजरायल की सुरक्षा बलों ने कई अन्य मोर्चों पर भी अपनी स्थिति को मजबूत करने के प्रयास किए।

7 अक्टूबर 2023 के हमले की बरसी

7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हुआ हमला पूरे देश के लिए एक गहरा घाव छोड़ गया था। यह हमला इजरायल के इतिहास में सबसे घातक हमलों में से एक था, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिक और सैनिक हताहत हुए थे। इस हमले की बरसी पर देशभर में शोक सभाओं का आयोजन किया गया, जहां पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी गई और उनके बलिदान को याद किया गया। इस दिन का महत्व इजरायली समाज के लिए खास था, क्योंकि यह दिन न केवल यादों से भरा था बल्कि भविष्य के लिए संकल्पों का प्रतीक भी बना।

लेबनान में इजरायल की सैन्य कार्रवाई

इजरायल ने 7 अक्टूबर 2024 को लेबनान में अपने सैन्य अभियानों को और तेज कर दिया। उसकी सेना ने हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें आतंकवादी समूह को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। यह कार्रवाई उस समय हुई जब हिज़्बुल्लाह और अन्य आतंकी समूहों ने इजरायल पर लगातार हमले किए थे, और इजरायल को अपनी सुरक्षा को लेकर बड़े पैमाने पर सैन्य तैयारियां करनी पड़ीं।

लेबनान में हुए इन हमलों में इजरायली वायु सेना ने हिज़्बुल्लाह के लॉजिस्टिक ठिकानों, हथियार डिपो और अन्य महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया। इन हमलों का मकसद हिज़्बुल्लाह की सैन्य क्षमता को कमजोर करना और इजरायल की सीमाओं पर संभावित खतरों को कम करना था। इजरायल की ओर से यह भी कहा गया कि यह कार्रवाई आत्मरक्षा में की गई है, क्योंकि हिज़्बुल्लाह द्वारा लगातार उकसावे की कार्रवाई हो रही थी।

अन्य मोर्चों पर इजरायल की स्थिति

लेबनान के अलावा, इजरायल की सेना को कई अन्य मोर्चों पर भी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। गाजा पट्टी से भी हमलों की सूचना मिली, जहां इजरायली रक्षा बलों को बार-बार अपनी सीमा सुरक्षा को मजबूत करना पड़ा। इस क्षेत्र में भी इजरायल की सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आतंकी संगठनों के ठिकानों को निशाना बनाया।

इसके अलावा, इजरायल के उत्तरी सीमा पर भी संघर्ष जारी है, जहां हिज़्बुल्लाह ने इजरायली सैन्य ठिकानों पर रॉकेट और मिसाइल हमले किए हैं। इन हमलों के जवाब में इजरायल ने अपनी सैन्य उपस्थिति को बढ़ा दिया है और सीमा पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

जनता में बेचैनी और सेना की तैयारी

इजरायल के नागरिक इन हमलों के बीच एक असहज माहौल में जी रहे हैं। बरसी के दिन शोक सभाओं के दौरान देश में गहरी भावनात्मक स्थिति थी, लेकिन साथ ही लोग इस बात से भी अवगत थे कि उनकी सेना कई मोर्चों पर युद्ध लड़ रही है। इजरायली सुरक्षा बलों ने लोगों को सतर्क रहने और आपातकालीन योजनाओं के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।

निष्कर्ष

7 अक्टूबर 2024 का दिन इजरायल के लिए भावनात्मक और सैन्य दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा। एक तरफ जहां देश 2023 के हमले की बरसी पर शोक मना रहा था, वहीं दूसरी ओर उसकी सेना लेबनान और अन्य मोर्चों पर आतंकवादी खतरों से निपटने के लिए पूरी ताकत से जुटी हुई थी। लेबनान में हिज़्बुल्लाह के खिलाफ की गई कार्रवाई ने यह दिखा दिया है कि इजरायल अपने दुश्मनों को कमजोर करने और अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।

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