समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर। सरकार ने शहरी खुदरा विक्रेताओं को घरेलू प्राकृतिक गैस की आपूर्ति में 20 प्रतिशत तक कटौती की है, जिससे सीएनजी की कीमतों में 4 से 6 रुपये प्रति किलोग्राम तक की वृद्धि होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, यदि ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती नहीं की गई, तो सीएनजी की बढ़ती लागत उपभोक्ताओं पर बोझ डाल सकती है।
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से निकाली गई प्राकृतिक गैस का उपयोग सीएनजी और रसोई में इस्तेमाल होने वाली पीएनजी में किया जाता है। पुराने क्षेत्रों से उत्पादन घटने के कारण शहरी गैस वितरण कंपनियों को कम आपूर्ति मिल रही है, जबकि घरेलू रसोई के लिए गैस आपूर्ति संरक्षित की गई है।
इस स्थिति के कारण खुदरा विक्रेताओं को आयातित और महंगी तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) खरीदनी पड़ रही है, जिससे सीएनजी की कीमतें बढ़ने की संभावना है। सरकार से इस समस्या का समाधान निकालने के लिए उत्पाद शुल्क में कटौती की मांग की जा रही है।