84 वर्षीय राजयोगिनी मोहिनी दीदी बनीं ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की नई मुख्य प्रशासिकाअमेरिका में 45 वर्षों तक सेवाएँ देने के बाद मिली नई जिम्मेदारी

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आबू रोड, राजस्थान 14 अप्रैल 2025 –ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की कमान अब 84 वर्षीय राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी को सौंप दी गई है। रविवार को संस्था की मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से उन्हें मुख्य प्रशासिका नियुक्त किया गया। मोहिनी दीदी संस्था की छठवीं मुख्य प्रशासिका बनी हैं। इससे पहले वे पिछले चार वर्षों से अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका के रूप में दायित्व संभाल रही थीं।

यह नियुक्ति पूर्व मुख्य प्रशासिका 101 वर्षीय राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी के 8 अप्रैल को हुए देहावसान के बाद की गई है। विशेष बात यह है कि ब्रह्माकुमारीज़ के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी दीदी को मुख्य प्रशासिका की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संस्था में अब तक यह दायित्व सिर्फ दादियों को ही सौंपा जाता रहा है। साथ ही, बीके मुन्नी दीदी को अब अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका बनाया गया है।

विदेश में शुरू की सेवाएं, ब्रह्मा बाबा से प्राप्त की शिक्षा
राजयोगिनी बीके मोहिनी दीदी का जन्म वर्ष 1941 में दिल्ली में हुआ। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास, राजनीति विज्ञान और पत्रकारिता में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। वर्ष 1972 में उन्होंने पहली बार विदेशों में ब्रह्माकुमारीज़ के सेवाकेंद्रों की स्थापना शुरू की और 1976 में उत्तरी अमेरिका में पहला केंद्र खोला।

1978 में अमेरिका के लिए क्षेत्रीय मुख्यालय की स्थापना कर उन्होंने सेवाओं को एक नई दिशा दी। वर्तमान में वे USA स्थित वर्ल्ड स्प्रिचुअल ऑर्गनाइजेशन की अध्यक्षा भी हैं और 1981 से संयुक्त राष्ट्र में एक NGO के रूप में ब्रह्माकुमारीज़ का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।

मोहिनी दीदी ने कहा, “मुझे ब्रह्मा बाबा के साथ रहने और उनके मार्गदर्शन में शिक्षा प्राप्त करने का सौभाग्य मिला है। आज उन्हीं शिक्षाओं को अपने जीवन और समाज में लागू कर रही हूं। यह दायित्व मेरे लिए एक आध्यात्मिक उत्तरदायित्व है।”

संस्था में महिला नेतृत्व का नया युग
मोहिनी दीदी की नियुक्ति महिला नेतृत्व को नई दिशा देने वाली मानी जा रही है। उनका जीवन ब्रह्माकुमारीज़ की शिक्षाओं का एक उदाहरण है—जहां समर्पण, सेवा और आत्मिक ज्ञान के साथ नेतृत्व का निर्वहन किया जाता है। संस्था के भीतर यह एक ऐतिहासिक परिवर्तन है, जिसमें दीदी को सर्वोच्च पद पर नियुक्त किया गया है।

संस्था के सदस्यों और अनुयायियों में इस निर्णय को लेकर खुशी की लहर है। उनका मानना है कि मोहिनी दीदी का अनुभव और वैश्विक दृष्टिकोण संस्था को एक नई ऊँचाई तक पहुँचाएगा ।

 

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