समग्र समाचार सेवा
चमोली, 8फरवरी।
उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को नंदा देवी ग्लेशियर टूटने से बहुत बड़ा हादसा हुआ। त्रासदी में फंसे मजदूरों में से 8 के शव अभी तक बरामद किए जा चुके हैं। उत्तराखंड में धौली गंगा नदी पर स्थित तपोवन- विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना की सुरंग में फंसे 30-35 श्रमिकों को बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इससे वहां दो पनबिजली परियोजनाओं में काम कर रहे कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई और 125 से ज्यादा मजदूर लापता हैं।
जानकारी के मुताबिक एक सुरंग में फंसे सभी 16 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. आइटीबीपी, औली के डिप्टी कमांडेंट एसएस बुटोला ने बताया कि सुरंग में फंसे 16 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
आईटीबीपी , भारतीय सेना , एसडीआरएफ और एनडीआरफ के बल बचाव अभियान में लगे हुए हैं. सुरंग को खोलने के लिए मलबे को हटाने के वास्ते जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि एनसीएमसी को यह भी बताया गया कि एक पनबिजली परियोजना सुरंग में फंसे लोगों को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने बचा लिया है, जबकि एक अन्य सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास जारी है. अभियान का समन्वय सेना और आईटीबीपी द्वारा किया जा रहा है
