समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12 फरवरी।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता होंगे. वह राज्यसभा से रिटायर हो रहे कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की जगह लेंगे. गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल 15 फरवरी को खत्म हो रहा है. उनको पहले ही राज्यसभा से विदाई दी जा चुकी है. पार्टी की ओर से इस बारे में सदन के सभापति और उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू से अनुरोध किया गया है।
मल्लिकार्जुन खड़गे 13वीं लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता रह चुके हैं. वह कर्नाटक से आते हैं और पार्टी में एक प्रमुख दलित चेहरा हैं. पार्टी ने उच्च सदन में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और सदन में उप नेता आनंद शर्मा जैसे वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर मल्लिकार्जुन खड़गे को नेता बनाने का फैसला किया है।
ऐसा माना जाता है कि गांधी परिवार के करीबी होने और दक्षिण भारत राज्य कर्नाटक से आने की वजह से मल्लिकार्जुन खड़के को ये जिम्मेदारी दी जा रही है. खड़गे कुछ उन चुनिंदा दक्षिण भारतीय नेताओं में शामिल हैं जो अच्छी हिंदी बोल लेते हैं. इतना ही नहीं, खड़गे को इस जिम्मेदारी को देने के पीछे लोकसभा में पार्टी के नेता रहते हुए उनका शानदार प्रदर्शन भी था. उन्होंने पिछली लोकसभा में पार्टी का बखूबी पक्ष रखा था।