अनामी शरण बबल
गांधीनगर। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषणों का केंद्रीय भाव प्रधानमंत्री पर हमला और केवल हमला करने का ही रहता है। देश के चौकीदार को चोर कहने और अनिल अंबानी की जेब में तीस हजार करोड़ रुपया डालने का आरोप लगाना इनकी पहचान बन चुकी है। देश भर में आरोप लगाने की मतलब चाहे जो भी रहा हो, मगर बनारस के सांसद होने के बावजूद गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके नरेन्द्र भाई मोदी का भावनात्मक लगाव और सरोकार गुजरात से ही जुड़ा है। तो तमाम गुजराती आज़ भी मोदी को अपना नेता ही मानता है उसी गुजरात ने जनसभा करके कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का मोदी पर दो टूक आरोप लगाने का अपना खास महत्व है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्लयूसी) की बैठक में राहुल का पीएम मोदी पर देश संस्थाओं को उपेक्षित करने बर्बाद करने और अपनी मनमर्जी से सबको चलाने की कठोर नीतियों की निंदा की। गांधीनगर की जनसभा में प्रधानमंत्री को चौकीदार को चोर कहना और अनिल अंबानी के साथ पीएम को जोड़ने के आरोप से पूरे सूबे में सनसनी फ़ैल गई है। राहुल गांधी के आरोपों के कई अर्थ संभव है। लोग इसे सही तरीके से लिया तो प्रधानमंत्री की छवि धूमिल हो सकती है और इसे मजाक की तरह लिया तो कांग्रेस की छवि और जनाधार में गिरावट मुमकिन है।
लोकसभा चुनाव में फतह के लिए कांग्रेस ने आज़ गुजरात में महामंथन किया। कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में पार्टी ने जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को कई मुद्दों पर घेरा वहीं, जवानों को नमन कर चुनावी रणनीति के भी संकेत दे दिए। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी चुनावी फायदे के लिए लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने पीएम मोदी पर सीधे हमला बोला।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कार्यकारिणी में देश के राजनैतिक संवाद में कड़वाहट और गिरावट पर चिंता की गई। उन्होंने कहा कि देश में राजनैतिक कड़वाहट का कारण पीएम मोदी और बीजेपी हैं। यह भारत के लिए दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने कहा, ‘बैठक में राष्ट्रीय एकता पर भी चर्चा की गई।
बैठक में पीएम मोदी द्वारा राजनीतिक फायदे के लिए देश की जनता के बीच लकीरें खींचने की आलोचना की गई।’बैठक में जवानों की कुर्बानियों को भी नमन किया गया। उन्होंने कहा कि आतंकियों के इरादे भारत कभी कामयाब नहीं होने देगा।शर्मा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्पष्ट कहा कि देश में आजादी के बाद जो संस्थाएं हैं उन पर मोदी सरकार ने निरंतर चोट की है। रिजर्व बैंक सीबीआई सूचना आयोग हो या मीडिया सबों पर प्रधानमंत्री ने आधिपत्य जमा दिया है। नोटबंदी हो या जीएसटी सबका परिणाम सब को पता है। एक तरफ प्रधानमंत्री के गढ़ में घुसकर प्रधानमंत्री को चुनौती देना आसान नहीं है,मगर देखना है कि गुजरात से संबोधित जनसभा का पूरे देश पर क्या असर पड़ता है। ।।