लखनऊ। यूपी के बलिया जिले एक बीजेपी नेता ने डीएम के दफ्तर में जाकर हंगामा किया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। प्रशासन का कहना है कि उनके खिलाफ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप था और इसलिए उन्हें दफ्तर बुलाया गया था। लेकिन वहां वह हंगामे पर उतारू हो गए। वहीं, बीजेपी नेता का कहना है कि डीएम के दफ्तर में उन्हें ‘उचित सम्मान’ नहीं मिला। यहां तक कि उन्हें बैठने के लिए कुर्सी भी नहीं दी गई। उन्होंने डीएम पर जानबूझकर सत्ताधारी दल के नेताओं को परेशान करने का आरोप लगाया।
बीजेपी नेता विनोद तिवारी पर बलिया के डीएम भवानी सिंह के दफ्तर में जाकर हंगामा करने का आरोप है। उनके खिलाफ एक रेवेन्यू अधिकारी के साथ हाथापाई, डीएम को धमकाने और उन्हें गाली देने का आरोप भी है। प्रशासन को उनके खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत मिली थी। प्रशासन का कहना है कि उनके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और इन सबकी जानकारी लेने के लिए ही तलब किया गया था।
जिलाधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान बीजेपी नेता भड़क गए और गाली-गलौच पर उतर आए। इसी दौरान उन्होंने एक रेवेन्यू अफसर के साथ हाथापाई भी कर दी। यहां तक कि उन्होंने डीएम को भी धमकी और गाली दी। हंगामा बढ़ता देख डीएम ने पुलिस को फौरन बुलाया, जिसके बाद बीजेपी नेता को गिरफ्तार कर लिया गया। देखना है कि चुनाव के दौरान जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नया नजरिया क्या रहता है। कमसे कम मतदान के दौरान सीएम अपने किसी दबंग समर्थक को नाराज करने का खतरा मोल नहीं ले सकते। ।।।
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